प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण सितंबर 2009 धर्म का चुनाव—मैं खुद करता हूँ या मेरे मम्मी-पापा? आपके मन का स्वभाव वैसा ही हो जैसा मसीह का था आज्ञा मानने और हिम्मत दिखाने में यीशु के जैसे बनिए मसीह का प्यार हमें भी प्यार करने के लिए उकसाता है यहोवा से मिलनेवाली शिक्षा का कोई मोल नहीं लगाया जा सकता आपके छुटकारे के लिए यहोवा ने जो किया, क्या आप उसकी कदर करते हैं? मुझे जीने का सच्चा मकसद मिला प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण सितंबर 2009 प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण सितंबर 2009 हिंदी प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण सितंबर 2009 https://assetsnffrgf-a.akamaihd.net/assets/ct/1add6d1d93/images/cvr_placeholder.jpg