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पाठकों के प्रश्‍न

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सभाओं, सम्मेलनों या अधिवेशनों में बाइबल पर आधारित भाषणों का साइन लैंग्वेज में अनुवाद करते वक्‍त क्या एक बहन को अपना सिर ढकना चाहिए?

अकसर एक मसीही स्त्री को तब सिर ढकना चाहिए जब वह कोई ऐसी ज़िम्मेदारी निभा रही होती है, जो उसके पति या मंडली के किसी भाई को निभानी चाहिए। बहनों का ऐसा करना प्रेषित पौलुस के दिए इस सिद्धांत से मेल खाता है कि “हर स्त्री जो बिना सिर ढके प्रार्थना या भविष्यवाणी करती है, वह अपने सिर का अपमान करती है” क्योंकि “स्त्री का सिर पुरुष है।” (1 कुरिं. 11:3-10) जब एक बहन ऐसे हालात में अपना सिर सही तरह से ढकती है, तो इससे पता चलता है कि वह उस इंतज़ाम के प्रति अपनी अधीनता दिखा रही है जो परमेश्‍वर ने मसीही मंडली में किया है।—1 तीमु. 2:11,12. *

लेकिन जब एक भाई भाषण दे रहा होता है और एक बहन उस भाषण का साइन लैंग्वेज में अनुवाद करती है, तो क्या बहन को सिर ढकना चाहिए? यह बात सच है कि वह बहन, भाई की कही बातें ही हाज़िर लोगों को बता रही है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो वह अपनी तरफ से कुछ नहीं सिखा रही है, बल्कि भाई जो कह रहा है उसका साइन लैंग्वेज में अनुवाद कर रही है। साइन लैंग्वेज अनुवाद बाकी बोली जानेवाली भाषाओं के अनुवाद से एकदम अलग है। बोली जानेवाली भाषा में हाज़िर लोग अनुवादक को सुनने के साथ-साथ वक्‍ता को भी देख-सुन पाते हैं। यह साइन लैंग्वेज अनुवाद से बिलकुल अलग होता है, क्योंकि ऐसे मौकों पर जब बहनें अनुवाद करती हैं तो लोगों का ध्यान सिर्फ उन्हीं पर नहीं जाता। कभी-कभी बहनें बैठकर या अगर वे खड़ी हैं तो वे हाज़िर लोगों को देखकर अनुवाद करने के बजाय वक्‍ता को देखकर अनुवाद कर सकती हैं। इसलिए जो बहन बोली जानेवाली भाषा में अनुवाद करती है, उसे सिर ढकने की ज़रूरत नहीं है।

इसके अलावा टेकनॉलजी में तरक्की होने की वजह से जब भाषणों का अनुवाद साइन लैंग्वेज में किया जाता है तो हाज़िर लोग सिर्फ अनुवादक को ही देखते हैं। अकसर साइन लैंग्वेज में अनुवाद करनेवाले की तसवीर एक स्क्रीन या प्रोजेक्टर पर दिखायी जाती है। और हो सकता है कि हाज़िर लोग उस भाई को न देख पाएँ, जो भाषण दे रहा है। इन बातों के मद्देनज़र, जब एक बहन साइन लैंग्वेज में अनुवाद करती है, तो अच्छा होगा कि वह अपना सिर ढके और इस तरह दिखाए कि वह सिर्फ एक अनुवादक है, वह खुद भाषण नहीं दे रही है।

इस नयी हिदायत का साइन लैंग्वेज में होनेवाले उस अनुवाद पर क्या असर पड़ेगा, जो परमेश्‍वर की सेवा स्कूल के भागों, प्रदर्शनों, मंडली के बाइबल अध्ययन में दिए जानेवाले जवाबों, सेवा सभा और प्रहरीदुर्ग अध्ययन के दौरान किया जाता है? क्या इन मौकों पर भी साइन लैंग्वेज़ में अनुवाद करनेवाली बहन को सिर ढकना चाहिए? ऐसा लग सकता है कि कुछ मौकों पर बहनों को सिर ढकने की ज़रूरत नहीं है। क्योंकि हाज़िर लोगों को समझना चाहिए कि बहन सभा नहीं चला रही है। उदाहरण के लिए, जब बहन हाज़िर लोगों के जवाबों, बहनों के भागों या प्रदर्शनों का साइन लैंग्वेज में अनुवाद करती है तब उसे सिर ढकने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन इन सभाओं के दौरान जब एक बहन, भाइयों के भाषण या प्रहरीदुर्ग अध्ययन करानेवाले भाई या मंडली का बाइबल अध्ययन करानेवाले भाई के लिए अनुवाद करती है या फिर जब वह सबके सामने मंडली में गाए जानेवाले गीतों का अनुवाद करती है, तो ऐसे में उस बहन को सिर ढकना चाहिए। सभा के दौरान एक बहन को भाइयों, बहनों, बच्चों और प्राचीनों के भागों का अनुवाद करना पड़ सकता है। इसलिए अच्छा होगा कि वह पूरी सभा के दौरान अपना सिर ढककर रखे।

[फुटनोट]

^ एक मसीही स्त्री को कब-कब सिर ढकना चाहिए, इस बारे में और जानकारी के लिए खुद को परमेश्‍वर के प्यार के लायक बनाए रखो किताब के पेज 239 से 242 देखिए।