इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

क्या आपको याद है?

क्या आपको याद है?

क्या आपको याद है?

क्या आपने हाल की प्रहरीदुर्ग पत्रिकाएँ पढ़ने का आनंद लिया है? देखिए कि आप नीचे दिए सवालों के जवाब दे पाते हैं या नहीं:

• जब परमेश्‍वर ने लेवी गोत्र के लोगों से कहा: ‘तेरा भाग मैं ही हूँ,’ तो उसका क्या मतलब था?

इसराएल के हर गोत्र को ज़मीन का एक हिस्सा दिया गया लेकिन लेवी के गोत्र को नहीं, क्योंकि यहोवा उनका “भाग” होता। (गिन. 18:20) उन्हें ज़मीन तो विरासत में नहीं मिलती मगर परमेश्‍वर की सेवा में उन्हें एक अनमोल ज़िम्मेदारी सौंपी गयी थी। यहोवा उनकी बुनियादी ज़रूरतें पूरी करता। आज भी जिन लोगों को परमेश्‍वर के राज के काम को बढ़ावा देने का सम्मान मिला है वे यकीन रख सकते हैं कि यहोवा उनकी ज़रूरतें पूरी करेगा।—9/15, पेज 7-8,  13.

• एक मसीही कैसे तय कर सकता है कि कोई मनोरंजन सही है या नहीं?

कोई मनोरंजन सही है या नहीं या इससे परमेश्‍वर खुश होगा या नहीं यह जानने के लिए हम खुद से ये सवाल पूछ सकते हैं: मेरा मनोरंजन कैसा होगा यानी इसमें क्या शामिल होगा? मैं कब मनोरंजन करूँगा? मैं कैसे लोगों के साथ मनोरंजन करूँगा?—10/15, पेज 9-12.

नीतिवचन 7:6-23 में दिया गया ब्यौरा हमें पोर्नोग्राफी से बचने में कैसे मदद दे सकता है?

इन आयतों में एक जवान के बारे में बताया गया है जो एक ऐसे इलाके से गुज़र रहा है जहाँ एक वेश्‍या रहती है। अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों से वह उसे अपने वश में कर लेती है। आज हमें ऐसी वेब साइटों से दूर रहना चाहिए जहाँ अश्‍लील तसवीरें पायी जाती हैं। यह ज़रूरी है कि इनका सामना करने से पहले ही हम यहोवा से प्रार्थना में मदद माँगे।—11/15, पेज 9-10.