प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण मई 2012 शादी—क्या आप परमेश्वर के इस तोहफे की कदर करते हैं? शादी-शुदा ज़िंदगी में तनाव के बावजूद उम्मीद रखिए बुद्धिमान बुज़ुर्ग मेरे दोस्त थे यहोवा पर भरोसा रखिए जो “समयों और ऋतुओं” का परमेश्वर है आपने पूछा क्या आप यहोवा की महिमा झलका रहे हैं? “फरीसियों के खमीर . . . से चौकन्ने रहो” “मैं कोलपोर्टर काम को दिन-ब-दिन और पसंद करने लगी हूँ” प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण मई 2012 प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण मई 2012 हिंदी प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण मई 2012 https://assetsnffrgf-a.akamaihd.net/assets/a/w/HI/20120515/wpub/w_HI_20120515_lg.jpg