प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण नवंबर 2012 ‘मुझ को यह सिखा कि मैं तेरी इच्छा कैसे पूरी करूं’ उनकी बहुतायत से घटी पूरी हुई यीशु ने नम्रता दिखाने का नमूना छोड़ा खुद को बाकियों से छोटा समझने का रवैया अपनाइए आपने पूछा यहोवा से मिलनेवाली माफी आपके लिए क्या मायने रखती है? एक-दूसरे को दिल खोलकर माफ करो ‘इतना बढ़िया संदेश लोगों ने इससे पहले कभी नहीं सुना था’ प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण नवंबर 2012 प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण नवंबर 2012 हिंदी प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण नवंबर 2012 https://cms-imgp.jw-cdn.org/img/p/w/20121115/HI/pt/w_HI_20121115_lg.jpg