प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण मई 2014

यह अंक बताता है कि हम प्रचार काम में और भी असरदार कैसे हो सकते हैं। यह क्यों ज़रूरी है कि हम उस संगठन के वफादार रहें, जिसे यहोवा आज इस्तेमाल कर रहा है?

‘मेरा खाना यह है कि मैं परमेश्‍वर की मरज़ी पूरी करूँ’

राजा दाविद, प्रेषित पौलुस और यीशु मसीह को यहोवा की मरज़ी पूरी करने में दिलचस्पी थी। हम मुश्‍किल इलाकों में प्रचार में अपना जोश बरकरार कैसे रख सकते हैं या नए जोश के साथ कैसे प्रचार कर सकते हैं?

हमें “हर एक को” कैसे “जवाब” देना चाहिए?

प्रचार काम में असरदार होने के लिए हमें क्या करना होगा? तीन बातों पर गौर कीजिए जो हमें मदद दे सकती हैं।

प्रचार करते वक्‍त सुनहरे नियम पर अमल कीजिए

प्रचार में मिलनेवाले हर व्यक्‍ति के साथ हमें किस तरह पेश आना चाहिए? मत्ती 7:12 में दर्ज़ यीशु के शब्दों को हम प्रचार में कैसे लागू कर सकते हैं?

जीवन कहानी

यहोवा ने वाकई मेरी बहुत मदद की है

केनेथ लिटिल बताते हैं कि कैसे यहोवा परमेश्‍वर ने उन्हें अपने शर्मीले स्वभाव और आत्म-विश्‍वास की कमी पर काबू पाने में मदद दी। देखिए कि कैसे उनकी पूरी ज़िंदगी परमेश्‍वर ने उनकी मेहनत पर आशीष दी है।

यहोवा संगठित तरीके से काम करनेवाला परमेश्‍वर है

पुराने ज़माने के इसराएल राष्ट्र और पहली सदी के मसीहियों के वाकयों से कैसे पता चलता है कि आज भी धरती पर यहोवा के सेवक संगठित होंगे?

क्या आप यहोवा के संगठन के साथ-साथ आगे बढ़ रहे हैं?

जल्द ही शैतान की दुष्ट दुनिया का अंत हो जाएगा। यह हमारे लिए क्यों ज़रूरी है कि हम परमेश्‍वर के संगठन के धरती पर मौजूद हिस्से के वफादार बने रहें?

अतीत के झरोखे से

“कटाई का और भी कितना काम बाकी है”

ब्राज़ील में 7,60,000 से भी ज़्यादा यहोवा के साक्षी खुशखबरी का प्रचार कर रहे हैं। दक्षिण अमरीका में प्रचार काम की शुरूआत कैसे हुई?