प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण अगस्त 2015

इस अंक में 28 सितंबर से 25 अक्टूबर, 2015 के अध्ययन लेख दिए गए हैं।

जीवन कहानी

‘बहुत-से द्वीप आनन्द करें!’

जैफरी जैकसन की जीवन कहानी पढ़िए, जो शासी निकाय के सदस्य के तौर पर सेवा कर रहे हैं।

यहोवा के अटूट प्यार पर मनन कीजिए

आप कैसे यकीन रख सकते हैं कि मुश्किल हालात में भी यहोवा आपका साथ देता है?

हमेशा इस इंतज़ार में रहिए कि अंत ज़रूर आएगा!

इस व्यवस्था का अंत बहुत जल्द होनेवाला है। इसलिए हमें जागते रहना है। इसकी दो सबसे बड़ी वजह हैं।

अभी से नयी दुनिया में जीने की तैयारी कीजिए!

परमेश्वर के लोगों की कुछ बातें, उन लोगों की बातों से काफी मिलती-जुलती हैं, जो किसी दूसरे देश जाने की सोच रहे हैं

इन आखिरी दिनों में बुरी संगति से खबरदार रहिए!

संगति का मतलब सिर्फ लोगों के साथ समय बिताना नहीं है, इसमें और भी बातें शामिल हैं।

हम योअन्ना से क्या सीख सकते हैं?

यीशु के पीछे जाने के लिए योअन्ना को अपने रोज़मर्रा के कामों में क्या फेरबदल करने पड़ते होंगे?

अतीत के झरोखे से

“यहोवा आपको सच्चाई सिखाने के लिए फ्राँस ले आया है”

सन्‌ 1919 में, फ्राँस और पोलैंड की सरकार ने एक समझौते पर दस्तखत किए जिसके उम्मीदों से कहीं बढ़कर अच्छे नतीजे निकले।