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प्रहरीदुर्ग पढ़नेवालों को

प्रहरीदुर्ग पढ़नेवालों को

प्रहरीदुर्ग पढ़नेवालों को

आपको यह बताते हुए हमें बड़ी खुशी हो रही है कि इस अंक से प्रहरीदुर्ग पत्रिका में कुछ बदलाव किए जाएँगे। ये बदलाव क्या होंगे, यह जानने से पहले आइए देखें कि इसमें क्या नहीं बदलेगा।

इस पत्रिका का नाम नहीं बदलेगा। वह आज भी वैसा ही रहेगा जैसे पहले था—प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है। जी हाँ, प्रहरीदुर्ग पत्रिका आगे भी सच्चे परमेश्‍वर यहोवा की महिमा करती रहेगी। साथ ही, यह अपने पढ़नेवालों को परमेश्‍वर के राज के बारे में एक बेहतरीन खुशखबरी देते हुए उन्हें दिलासा देती रहेगी। परमेश्‍वर का राज क्या है और कब आएगा, इसकी जानकारी इस अंक के पेज 5 से 9 पर दी गयी है। इस पत्रिका का एक और मकसद है, जिसे यह सौ से भी ज़्यादा सालों से पूरा करती आयी है और आगे भी करती रहेगी। वह है: परमेश्‍वर यहोवा के बेटे यीशु मसीह पर विश्‍वास करने का बढ़ावा देना, बाइबल की सच्चाई बयान करना और यह समझाना कि बाइबल की भविष्यवाणियों के मुताबिक, दुनिया में हो रही घटनाएँ हमारे समय के लिए क्या मायने रखती हैं।

अब आइए हम आपको बताएँ कि हिंदी में हर तीन महीने में एक बार निकलनेवाले अंकों में क्या-क्या नए पहलू होंगे। *

इन अंकों में ऐसे कई लेख होंगे, जिन्हें पढ़कर लोग सोचने पर मजबूर हो जाएँगे। उदाहरण के लिए, “क्या आप जानते हैं?” लेख में बाइबल की कुछेक घटनाओं पर दिलचस्प और बारीक जानकारी दी जाएगी। इससे हमें उन घटनाओं की और भी बेहतर समझ हासिल होगी। “परमेश्‍वर के करीब आइए” लेख में बताया जाएगा कि बाइबल की खास आयतों से हम यहोवा के बारे में क्या सीख सकते हैं। “आपके सवाल” लेख में बाइबल से जुड़े उन सवालों पर चर्चा की जाएगी, जो तकरीबन सभी लोग पूछते हैं। जैसे, “क्या परमेश्‍वर का राज आपके दिल में है?” इस सवाल का जवाब इसी अंक के पेज 13 पर दिया गया है।

‘आम जनता के लिए’ अंकों में कुछ लेख, परिवार के फायदे के लिए भी होंगे। मिसाल के लिए, “सुखी परिवार का राज़।” इस लेख में ऐसे सच्चे अनुभव बताए जाएँगे, जो दिखाते हैं कि आजकल के परिवार में क्या-क्या समस्याएँ उठती हैं। साथ ही, इसमें यह भी समझाया जाएगा कि इन समस्याओं को सुलझाने में बाइबल के सिद्धांत कैसे मददगार साबित हो सकते हैं। “अपने बच्चों को सिखाइए” एक ऐसा लेख होगा, जिसे माता-पिताओं को अपने बच्चों के साथ मिलकर पढ़ना चाहिए। इतना ही नहीं, इस अंक में नौजवानों के लिए भी एक दिलचस्प लेख दिया जाएगा, जिसका शीर्षक होगा: “हमारे नौजवानों के लिए।” इस लेख में दिए जानेवाले विषय की मदद से नौजवान बाइबल का गहराई से अध्ययन कर सकेंगे।

इन अंकों में कुछ और भी दूसरे लेख होंगे। “उनके विश्‍वास की मिसाल पर चलिए” लेख हमें बाइबल के अलग-अलग किरदारों की मिसाल पर चलने का बढ़ावा देगा। जैसे, आप इस अंक के पेज 18 से 21 पर भविष्यवक्‍ता एलिय्याह की दिल छू लेनेवाली कहानी पढ़ सकते हैं। और उससे आप यह भी सीख सकते हैं कि आप उसके जैसा विश्‍वास कैसे दिखा सकते हैं। इसके अलावा, एक और लेख में दुनिया के अलग-अलग भागों में सेवा करनेवाले मिशनरियों और दूसरे लोगों की आप-बीती दी जाएगी। “हम यीशु से क्या सीखते हैं,” लेख में बाइबल की बुनियादी शिक्षाओं को बहुत ही सरल तरीके से समझाया जाएगा।

हमें पक्का यकीन है कि प्रहरीदुर्ग पत्रिका, आगे भी अपने उन सभी पढ़नेवालों के दिल को भाएगी, जो बाइबल का आदर करते हैं और जानना चाहते हैं कि यह किताब असल में क्या सिखाती है। हमारी दुआ है कि यह पत्रिका, बाइबल की सच्चाई के लिए आपकी प्यास बुझाती रहे।

प्रकाशक (w 08 1/1)

[फुटनोट]

^ अब से प्रहरीदुर्ग पत्रिका के दो अलग-अलग अंक छापे जाएँगे। हर तीन महीने में एक बार छपनेवाला अंक, ‘आम जनता के लिए’ होगा और हर महीने की 15 तारीख का अंक ‘अध्ययन के लिए’ होगा। इस दूसरे अंक का इस्तेमाल यहोवा के साक्षी अपनी सभाओं में करेंगे। और इन सभाओं में दूसरे लोगों का भी स्वागत है।