एक ऐसा शख्स, जो मरे हुओं की ज़िंदगी लौटा सकता है
परमेश्वर के करीब आइए
एक ऐसा शख्स, जो मरे हुओं की ज़िंदगी लौटा सकता है
क्या आपने किसी अपने को मौत में खोया है? अगर हाँ, तो वह दर्द और सदमा वाकई सहने के बाहर होता है। मगर इस बात का यकीन रखिए कि परमेश्वर आपके दर्द को अच्छी तरह समझता है। यही नहीं, वह मरे हुओं को ज़िंदा कर सकता है। बाइबल में उसने कुछ ऐसे लोगों के ब्यौरे दर्ज़ करवाए हैं, जिन्हें मरे हुओं में से जिलाया गया था। ये ब्यौरे दिखाते हैं कि यहोवा न सिर्फ ज़िंदगी देता है, बल्कि ज़िंदगी लौटा भी सकता है। आइए एक ऐसे ही ब्यौरे पर गौर करें, जब यहोवा की शक्ति से उसके बेटे यीशु मसीह ने एक मरे हुए को ज़िंदा किया था। इस चमत्कार के बारे में हम लूका 7:11-15 में पढ़ सकते हैं।
सामान्य युग 31 का साल था। यीशु गलील ज़िले के नाईन नगर को जा रहा था। (आयत 11) जब वह नगर के बाहर पहुँचा, तब दिन ढलनेवाला था। बाइबल बताती है, “जब वह नगर के फाटक के पास पहुंचा, तो देखो, लोग एक मुरदे को बाहर लिए जा रहे थे; जो अपनी मां का एकलौता पुत्र था, और वह विधवा थी: और नगर के बहुत से लोग उसके साथ थे।” (आयत 12) क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि उस विधवा माँ के दिल पर क्या बीत रही होगी? मौत ने पहले ही उससे उसका पति छीन लिया था और अब उसका एकलौता बेटा, उसके बुढ़ापे का सहारा भी न रहा।
यीशु का ध्यान उस दुखियारी माँ पर गया, जो अपने बेटे की अर्थी के साथ-साथ चल रही थी। बाइबल कहती है, “उसे देख कर प्रभु को तरस आया, और उस से कहा; मत रो।” (आयत 13) विधवा की लाचारी ने यीशु को अंदर तक झँझोड़ दिया। हो सकता है, उसे अपनी माँ का खयाल आया हो, जो शायद उस वक्त तक विधवा हो चुकी थी और जिसे बहुत जल्द उसकी मौत का गम सहना था।
यीशु भीड़ के साथ हो लेने के इरादे से उसके पास नहीं गया। ध्यान दीजिए उसने क्या किया। उसने बड़े अधिकार से “अर्थी को छूआ” और कंधा देनेवाले वहीं रुक गए। फिर उसने ऐसी बात कही जिससे पता चलता है कि उसे मुरदों को जिलाने की शक्ति दी गयी थी। उसने कहा, “हे जवान, मैं तुझ से कहता हूं, उठ। तब वह मुरदा उठ बैठा, और बोलने लगा: और उस ने उसे उस की मां को सौंप दिया।” (आयत 14, 15) मौत ने उस माँ से उसका जवान बेटा छीन लिया था। इसलिए जब यीशु ने उसे जिलाकर ‘उसे उस की मां को सौंपा,’ तब उनका परिवार फिर से एक हो गया। अपने बेटे को दोबारा ज़िंदा देखकर उस विधवा के दुःख के आँसू खुशी में बदल गए।
क्या आप भी ऐसी खुशी पाना चाहते हैं? क्या आप अपने किसी मरे हुए अज़ीज़ से मिलने को तरस रहे हैं? इस बात का पक्का यकीन रखिए कि परमेश्वर को आपसे हमदर्दी है। यीशु हू-ब-हू अपने पिता जैसा था, इसलिए उसने उस दुखियारी विधवा के लिए जैसी हमदर्दी दिखायी, वह दरअसल यहोवा की दया की एक झलक थी। (यूहन्ना 14:9) बाइबल सिखाती है कि परमेश्वर उन मरे हुओं को ज़िंदा करने के लिए बेताब है, जो उसकी याद में बसे हैं। (अय्यूब 14:14, 15) इसके अलावा, बाइबल हमें एक बेहतरीन आशा देती है। यह बताती है कि हम धरती पर फिरदौस में जी सकेंगे और अपने मरे हुए अज़ीज़ों को दोबारा ज़िंदा होते देखेंगे। (यूहन्ना 5:28, 29) हम आपको बढ़ावा देते हैं कि आप यहोवा के बारे में और भी ज़्यादा सीखें, जो ज़िंदगी लौटा सकता है। और यह भी जानें कि कैसे आप मरे हुओं से दोबारा मिलने की अपनी आशा को मज़बूत कर सकते हैं। (w08 3/1)
[पेज 11 पर तसवीर]
“वह मुरदा उठ बैठा, और बोलने लगा: और उस ने उसे उस की मां को सौंप दिया”