गिनती 36:1-13
36 गिलाद के वंशजों के परिवारों के मुखिया, मूसा और इसराएलियों के प्रधानों के पास आए। गिलाद माकीर का बेटा था+ और माकीर मनश्शे का बेटा था और मनश्शे यूसुफ के बेटों के घरानों में से था।
2 उन्होंने मूसा और प्रधानों से कहा, “मालिक, यहोवा ने तुझे आज्ञा दी है कि चिट्ठियाँ डालकर देश की ज़मीन का बँटवारा करना+ और सभी इसराएलियों को उनकी विरासत की ज़मीन देना। और मालिक, यहोवा ने तुझे यह भी आज्ञा दी कि हमारे भाई सलोफाद की विरासत की ज़मीन उसकी बेटियों को दी जाए।+
3 अब अगर उसकी बेटियाँ इसराएल के किसी दूसरे गोत्र के आदमियों से शादी करती हैं, तो हमारे पुरखों की विरासत की ज़मीन से हम उन लड़कियों का हिस्सा खो देंगे क्योंकि उनकी ज़मीन उस गोत्र की हो जाएगी जिसके आदमियों से वे शादी करती हैं। इस तरह हमारे गोत्र की विरासत की ज़मीन कम हो जाएगी जो चिट्ठियाँ डालकर हमें दी गयी है।
4 फिर जब इसराएलियों के लिए छुटकारे का साल+ आएगा, तो उन लड़कियों की विरासत की ज़मीन हमेशा के लिए उस गोत्र की हो जाएगी जहाँ उनकी शादी होती है। इस तरह हमारे पुरखों के गोत्र को दी गयी विरासत में से हम उनका हिस्सा खो देंगे।”
5 तब मूसा ने यहोवा के आदेश पर इसराएलियों को यह आज्ञा दी, “यूसुफ के बेटों का गोत्र बिलकुल सही कह रहा है।
6 इसलिए यहोवा ने सलोफाद की बेटियों के लिए यह आज्ञा दी है: ‘वे अपनी पसंद के आदमियों से शादी कर सकती हैं, बशर्ते वे आदमी उनके पिता के गोत्र के किसी परिवार के हों।
7 इसराएल के किसी भी गोत्र की विरासत की ज़मीन दूसरे गोत्र में नहीं जानी चाहिए, क्योंकि सभी इसराएलियों को अपने-अपने पुरखों के गोत्र की विरासत पर अधिकार बनाए रखना चाहिए।
8 और अगर इसराएल के किसी गोत्र में एक लड़की को अपने पिता की विरासत की ज़मीन मिलती है, तो उसे अपने पिता के गोत्र के ही किसी आदमी से शादी करनी चाहिए।+ ऐसा इसलिए किया जाए ताकि सभी इसराएली अपने-अपने पुरखों की विरासत पर अधिकार बनाए रखें।
9 विरासत की कोई भी ज़मीन एक गोत्र से दूसरे गोत्र में नहीं जानी चाहिए, क्योंकि इसराएल के सभी गोत्रों को अपनी-अपनी विरासत पर अधिकार बनाए रखना चाहिए।’”
10 सलोफाद की बेटियों ने ठीक वैसे ही किया जैसे यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी।+
11 महला, तिरसा, होग्ला, मिलका और नोआ ने अपने चचेरे भाइयों से शादी की।
12 उन्होंने यूसुफ के बेटे मनश्शे के गोत्र के ही आदमियों से शादी की ताकि उनकी विरासत की ज़मीन उनके पिता के गोत्र में ही बनी रहे।
13 यहोवा ने ये सारी आज्ञाएँ और न्याय-सिद्धांत मूसा के ज़रिए इसराएलियों को तब दिए जब वे यरीहो के सामने यरदन के पास मोआब के वीरानों में थे।+