सारांश
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यहोवा सच्चा न्यायी है
‘हे यहोवा, मेरा न्याय कर’ (8)
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यहोवा कदम उठाता है
परमेश्वर की कही बातें शुद्ध हैं (6)
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परमेश्वर के अभिषिक्त राजा का उद्धार
कुछ रथों पर भरोसा करते हैं, ‘मगर हम यहोवा का नाम पुकारते हैं’ (7)
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गौरवशाली राजा फाटकों से दाखिल हुआ
‘धरती यहोवा की है’ (1)
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इस भजन के लेखक की प्रार्थना सुनी गयी
‘यहोवा मेरी ताकत और ढाल है’ (7)
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मातम जश्न में बदल गया
परमेश्वर की कृपा ज़िंदगी-भर बनी रहती है (5)
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दुश्मन से घिर जाने पर मदद की प्रार्थना
“परमेश्वर मेरा मददगार है” (4)
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दुनिया का न्याय करनेवाला एक परमेश्वर है
दुष्टों को सज़ा देने की प्रार्थना (6-8)
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परमेश्वर, एक मज़बूत मीनार
‘मैं तेरे तंबू में मेहमान बनकर रहूँगा’ (4)
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छिपकर किए जानेवाले हमलों से बचाव
“परमेश्वर उन पर तीर चलाएगा” (7)
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फौरन मदद करने की बिनती
“मेरी खातिर जल्द कदम उठा” (5)
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परमेश्वर सच्चा न्याय करता है
दुष्ट, यहोवा का प्याला पीएँगे (8)
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सिय्योन, सच्चे परमेश्वर की नगरी
जो सिय्योन में पैदा हुए (4-6)
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यहोवा, उद्धारकर्ता और सच्चा न्यायी
वह जो उद्धार दिलाता है, वह जग ज़ाहिर हुआ (2, 3)
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यहोवा की तारीफ करने के लिए सब राष्ट्रों को बुलावा
परमेश्वर का अटल प्यार महान है (2)
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परमेश्वर के अनमोल वचन के लिए कदर
‘जवान कैसे साफ-सुथरी ज़िंदगी बिता सकते हैं?’ (9)
“तू जो हिदायतें याद दिलाता है उनसे मैं लगाव रखता हूँ” (24)
“मैं तेरे कानून से कितना प्यार करता हूँ!” (97)
“जितने लोग मुझे सिखाते हैं, उन सबसे ज़्यादा अंदरूनी समझ” (99)
“तेरा वचन मेरे पाँव के लिए एक दीपक है” (105)
“तेरे वचन में लिखी हरेक बात सच्ची है” (160)
परमेश्वर के कानून से प्यार करनेवालों के लिए शांति (165)
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हमला हुआ पर हरा न सके
सिय्योन से नफरत करनेवाले शर्मिंदा किए जाएँगे (5)
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दूध छुड़ाए बच्चे की तरह संतुष्ट
बड़ी चीज़ों की ख्वाहिश न रखना (1)
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रात के वक्त परमेश्वर की तारीफ करना
“पवित्रता से हाथ उठाकर प्रार्थना करो” (2)