भजन 137:1-9
137 हम बैबिलोन की नदियों के किनारे+ बैठा करते थे।
सिय्योन को याद करके रो पड़ते थे।+
2 उसके* यहाँ के पहाड़ी पीपल परहम अपने तारोंवाले बाजे लटकाते थे।+
3 हमें बंदी बनानेवालों ने वहाँ हमसे एक गीत गाने को कहा,+हमारी खिल्ली उड़ानेवालों ने मन-बहलाव के लिए हमसे कहा,
“हमारे लिए सिय्योन का कोई गीत गाओ।”
4 हम परायी ज़मीन पर यहोवा का गीत कैसे गा सकते हैं?
5 हे यरूशलेम, अगर मैं तुझे भूल जाऊँ,तो मेरा दायाँ हाथ हर काम भूल जाए।*+
6 अगर मैं तुझे याद न करूँ,यरूशलेम को अपनी खुशी की सबसे बड़ी वजह न समझूँ,+तो मेरी जीभ तालू से चिपक जाए।
7 हे यहोवा, याद करकि जब यरूशलेम गिरा तो एदोमियों ने कहा था,
“ढा दो इसे! इसकी बुनियाद तक ढा दो!”+
8 हे बैबिलोन की बेटी, तुझे बहुत जल्द उजाड़ दिया जाएगा,+क्या ही खुश होगा वह जो तेरे साथ वैसा ही सलूक करेगा,जैसा तूने हमारे साथ किया था।+
9 क्या ही खुश होगा वह जो तुझसे तेरे बच्चे छीन लेगा,उन्हें चट्टानों पर पटक देगा।+