भजन 138:1-8
दाविद की रचना।
138 मैं पूरे दिल से तेरी तारीफ करूँगा,+
दूसरे देवताओं के सामने तेरी तारीफ में गीत गाऊँगा।*
2 मैं तेरे पवित्र मंदिर* की तरफ मुँह करके दंडवत करूँगा,+तेरे अटल प्यार और तेरी वफादारी की वजह सेतेरे नाम की बड़ाई करूँगा,+
तूने अपने वचन और अपने नाम को बाकी सब चीज़ों से महान किया है।*
3 जिस दिन मैंने तुझे पुकारा तूने मुझे जवाब दिया,+मुझे हिम्मत दी, मुझे मज़बूत किया।+
4 हे यहोवा, धरती के सभी राजा तेरी तारीफ करेंगे,+क्योंकि वे तेरे वादों के बारे में सुन चुके होंगे।
5 वे यहोवा की राहों के बारे में गीत गाएँगे,क्योंकि यहोवा की महिमा अपार है।+
6 यहोवा ऊँचे पर निवास करता है, फिर भी वह नम्र लोगों पर गौर करता है,+मगर मगरूरों को सिर्फ दूर से जानता है।+
7 जब मैं खतरों से गुज़रूँ, तब भी तू मेरी जान की हिफाज़त करेगा।+
मेरे भड़के हुए दुश्मनों के खिलाफ तू अपना हाथ बढ़ाएगा,तेरा दायाँ हाथ मुझे बचा लेगा।
8 यहोवा मेरी खातिर सारा काम पूरा करेगा।
हे यहोवा, तेरा अटल प्यार सदा बना रहता है,+तू अपने हाथ की रचनाओं को छोड़ न देना।+
कई फुटनोट
^ या शायद, “दूसरे देवताओं के विरोध में, मैं तेरे लिए संगीत बजाऊँगा।”
^ या “पवित्र-स्थान।”
^ या शायद, “तूने अपने नाम से बढ़कर अपने वचन को महान किया है।”