भजन 145:1-21
दाविद का रचा हुआ तारीफ का गीत।
א [आलेफ ]
145 हे मेरे परमेश्वर, मेरे राजा, मैं तेरी बड़ाई करूँगा,+सदा तक तेरे नाम की तारीफ करूँगा।+
ב [बेथ ]
2 मैं सारा दिन तेरी तारीफ करूँगा,+सदा तक तेरे नाम की तारीफ करूँगा।+
ג [गिमेल ]
3 यहोवा महान है, सबसे ज़्यादा तारीफ के काबिल है,+उसकी महानता हमारी समझ से परे है।+
ד [दालथ ]
4 पीढ़ी-दर-पीढ़ी लोग तेरे कामों की तारीफ करेंगे,तेरे शक्तिशाली कामों का बखान किया करेंगे।+
ה [हे ]
5 वे तेरी महिमा, तेरे प्रताप और वैभव के बारे में बताएँगे+
और मैं तेरे आश्चर्य के कामों पर मनन करूँगा।
ו [वाव ]
6 वे तेरे विस्मयकारी कामों* के बारे में बताएँगेऔर मैं तेरी महानता का ऐलान करूँगा।
ז [जैन ]
7 वे तेरी अपार भलाई याद करके बड़े जोश से उसकी चर्चा करेंगे,+तेरी नेकी के कारण खुशी से जयजयकार करेंगे।+
ח [हेथ ]
8 यहोवा करुणा से भरा और दयालु है,+क्रोध करने में धीमा और अटल प्यार से भरपूर है।+
ט [टेथ ]
9 यहोवा सबके साथ भला करता है,+उसकी दया उसके सब कामों में दिखायी देती है।
י [योध ]
10 हे यहोवा, तेरे सब काम तेरी महिमा करेंगे,+तेरे वफादार लोग तेरी तारीफ करेंगे।+
כ [काफ ]
11 वे तेरे राज के ऐश्वर्य का ऐलान करेंगे+और तेरी महाशक्ति का बखान करेंगे,+
ל [लामेध ]
12 ताकि लोग तेरे शक्तिशाली कामोंऔर तेरे राज के ऐश्वर्य और वैभव+ के बारे में जानें।+
מ [मेम ]
13 तेरा राज सदा तक कायम रहनेवाला राज है,तेरा राज पीढ़ी-पीढ़ी तक बना रहेगा।+
ס [सामेख ]
14 यहोवा गिरनेवाले सभी लोगों को सँभालता है+और उन सबको उठाता है जो झुक गए हैं।+
ע [ऐयिन ]
15 सबकी आँखें उम्मीद से तेरी ओर लगी रहती हैं,तू उन्हें वक्त पर खाना देता है।+
פ [पे ]
16 तू अपनी मुट्ठी खोलकरहरेक जीव की इच्छा पूरी करता है।+
צ [सादे ]
17 यहोवा हर काम में नेक है,+वह हर काम वफादारी से करता है।+
ק [कोफ ]
18 यहोवा उन सबके करीब रहता है जो उसे पुकारते हैं,+जो सच्चे दिल* से उसे पुकारते हैं।+
ר [रेश ]
19 वह उन सबकी इच्छा पूरी करता है जो उसका डर मानते हैं,+वह उनकी मदद की पुकार सुनता है और उन्हें छुड़ाता है।+
ש [शीन ]
20 यहोवा उन सबकी हिफाज़त करता है जो उससे प्यार करते हैं,+मगर सभी दुष्टों को वह मिटा देगा।+
ת [ताव ]
21 मैं अपने मुँह से यहोवा की तारीफ करूँगा,+हरेक जीव सदा तक उसके पवित्र नाम की तारीफ करे।+