भजन 25:1-22
दाविद की रचना।
א [आलेफ ]
25 हे यहोवा, मैं तेरी ओर मुड़ता हूँ।
ב [बेथ ]
2 मेरे परमेश्वर, मुझे तुझ पर भरोसा है,+तू मुझे शर्मिंदा न होने दे।+
मेरे दुश्मनों को मेरी तकलीफों पर हँसने न दे।+
ג [गिमेल ]
3 बेशक, तुझ पर आशा रखनेवाला कोई भी शर्मिंदा नहीं होगा,+मगर जो बेवजह दगा देते हैं वे शर्मिंदा होंगे।+
ד [दालथ ]
4 हे यहोवा, मुझे अपनी राहें दिखा,+मुझे अपने रास्ते सिखा।+
ה [हे ]
5 अपनी सच्चाई की राह पर मुझे चला और मुझे सिखा,+क्योंकि तू मेरा उद्धार करनेवाला परमेश्वर है।
ו [वाव ]
मैं पूरा दिन तुझ पर ही आशा रखता हूँ।
ז [जैन ]
6 हे यहोवा, अपनी दया और अपना अटल प्यार याद कर,+जो तू हमेशा से दिखाता आया है।*+
ח [हेथ ]
7 मैंने जवानी में जो पाप और अपराध किए, उन्हें याद न कर।
हे यहोवा, अपने अटल प्यार के मुताबिक,अपनी भलाई के कारण मुझे याद कर।+
ט [टेथ ]
8 यहोवा भला और सीधा-सच्चा है।+
इसलिए वह पापियों को जीने की राह सिखाता है।+
י [योध ]
9 जो सही है उसके बारे में* वह दीनों को निर्देश देगा,+उन्हें अपनी राह पर चलना सिखाएगा।+
כ [काफ ]
10 जो यहोवा का करार मानते हैं,+उसके याद दिलाने पर उसकी सुनते हैं,+उनसे वह प्यार* करता है, उनका विश्वासयोग्य बना रहता है।
ל [लामेध ]
11 माना कि मैंने बड़ा पाप किया है,फिर भी हे यहोवा, अपने नाम की खातिर मुझे माफ कर दे।+
מ [मेम ]
12 यहोवा का डर माननेवाला इंसान कौन है?+
उसे परमेश्वर सिखाएगा कि कौन-सा रास्ता चुनना है।+
נ [नून ]
13 ऐसा इंसान भलाई का आनंद उठाएगा,+उसके वंशजों का धरती पर अधिकार होगा।+
ס [सामेख ]
14 यहोवा से गहरी दोस्ती सिर्फ वे कर सकते हैं जो उसका डर मानते हैं,+वह अपने करार के बारे में उन्हें बताता है।+
ע [ऐयिन ]
15 मेरी आँखें हर पल यहोवा की तरफ लगी रहती हैं,+क्योंकि वह मेरे पैरों को जाल से छुड़ाएगा।+
פ [पे ]
16 मेरी तरफ मुड़, मुझ पर कृपा कर,मैं अकेला और बेसहारा हूँ।
צ [सादे ]
17 मेरे मन की पीड़ाएँ बढ़ गयी हैं,+मुझे दिल की तड़प से राहत दे।
ר [रेश ]
18 मेरी तकलीफें और मुसीबतें देख+और मेरे सभी पाप माफ कर दे।+
19 देख, मेरे दुश्मन कैसे बेशुमार हो गए हैं,नफरत के मारे मुझे सताना चाहते हैं।
ש [शीन ]
20 मुझे बचा ले, मेरी जान की हिफाज़त कर।+
मुझे शर्मिंदा न होने दे क्योंकि मैंने तेरी पनाह ली है।
ת [ताव ]
21 मेरा निर्दोष और सीधा चालचलन मेरी हिफाज़त करे,+क्योंकि मैंने तुझी पर आशा रखी है।+
22 हे परमेश्वर, इसराएल को उसकी सारी मुसीबतों से छुड़ा ले।