भजन 51:1-19
निर्देशक के लिए हिदायत। दाविद का यह सुरीला गीत उस समय का है जब उसने बतशेबा+ के साथ संबंध रखकर पाप किया था और उसके बाद भविष्यवक्ता नातान उसके पास आया था।
51 हे परमेश्वर, अपने अटल प्यार के मुताबिक मुझ पर रहम कर।+
अपनी बड़ी दया के मुताबिक मेरे अपराध मिटा दे।+
2 मेरा दोष पूरी तरह धो दे,+मेरे पाप दूर करके मुझे शुद्ध कर दे।+
3 क्योंकि मुझे अपने अपराधों का पूरा-पूरा एहसास है,मेरा पाप हमेशा मेरे सामने* रहता है।+
4 मैंने तेरे खिलाफ, हाँ, सबसे बढ़कर तेरे खिलाफ* पाप किया है,+मैंने तेरी नज़र में बुरा काम किया है।+
इसलिए तू जो बोलता है वह सही है,तेरा न्याय सच्चा है।+
5 देख! मैं जन्म से ही पाप का दोषी हूँ,जब मैं माँ के गर्भ में पड़ा तब से मुझमें पाप है।*+
6 देख! तू ऐसे इंसान से खुश होता है जो दिल का सच्चा है,+मेरे मन को सच्ची बुद्धि की बातें सिखा।
7 मरुए से पानी छिड़ककर मेरा पाप दूर कर दे ताकि मैं शुद्ध हो जाऊँ,+मुझे धोकर साफ कर दे ताकि मैं बर्फ से भी उजला हो जाऊँ।+
8 मुझे खुशियाँ और जश्न मनाने की आवाज़ सुनने देताकि जो हड्डियाँ तूने चकनाचूर कर दी हैं, उनमें उमंग भर जाए।+
9 तू मेरे पापों से अपना मुँह फेर ले,+मेरे सारे गुनाह पोंछकर मिटा दे।+
10 हे परमेश्वर, मेरे अंदर एक साफ दिल पैदा कर,+मन का एक नया रुझान+ दे कि मैं अटल बना रहूँ।
11 तू मुझे अपने सामने से दूर न कर,मुझ पर से अपनी पवित्र शक्ति न हटा।
12 तूने मेरा उद्धार करके मुझे जो खुशियाँ दी थीं वे मुझे लौटा दे,+मेरे अंदर ऐसी इच्छा जगा कि मैं तेरी आज्ञा मानूँ।
13 मैं अपराधियों को तेरी राहों के बारे में सिखाऊँगा+ताकि वे पापी तेरे पास लौट आएँ।
14 हे परमेश्वर, मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर,+ खून का दोष मुझ पर से मिटा दे+ताकि मेरी जीभ खुशी-खुशी तेरी नेकी का ऐलान करे।+
15 हे यहोवा, मुझे बोलने की इजाज़त देताकि मैं तेरी तारीफ करूँ।+
16 तू कोई बलिदान नहीं चाहता वरना मैं ज़रूर चढ़ाता,+तू पूरी होम-बलि से खुश नहीं होता।+
17 टूटा मन ऐसा बलिदान है जो परमेश्वर को भाता है,हे परमेश्वर, तू टूटे और कुचले हुए दिल को नहीं ठुकराएगा।*+
18 अपनी कृपा दिखाकर सिय्योन का भला कर,यरूशलेम की शहरपनाह को मज़बूत कर।
19 तब तू नेकी के बलिदानों से,होम-बलियों और पूरे चढ़ावे से खुश होगा,तब तेरी वेदी पर बैल अर्पित किए जाएँगे।+
कई फुटनोट
^ या “मेरे मन में।”
^ शा., “सिर्फ तेरे खिलाफ।”
^ या “पाप में मेरी माँ ने मुझे गर्भ में धारण किया था।”
^ या “तुच्छ नहीं समझेगा।”