भजन 54:1-7
निर्देशक के लिए हिदायत: यह गीत तारोंवाले बाजे बजाकर गाया जाए। मश्कील।* दाविद का यह गीत उस समय का है जब ज़ीफ के लोगों ने शाऊल के पास जाकर उसे खबर दी थी कि दाविद उनके इलाके में छिपा हुआ है।+
54 हे परमेश्वर, अपने नाम से मुझे बचा ले,+अपनी ताकत से मेरी पैरवी कर।+
2 हे परमेश्वर, मेरी प्रार्थना सुन,+मेरी बिनती पर ध्यान दे।
3 क्योंकि बेगाने मेरे खिलाफ उठ खड़े हुए हैं,बेरहम आदमी मेरी जान के पीछे पड़े हैं।+
वे परमेश्वर की कोई कदर नहीं करते।*+ (सेला )
4 देख! परमेश्वर मेरा मददगार है,+यहोवा उन लोगों के संग है जो मेरा साथ देते हैं।
5 वह मेरे दुश्मनों की बुराई को उन्हीं पर लौटा देगा।+हे परमेश्वर, उनका अंत कर दे क्योंकि तू विश्वासयोग्य है।+
6 मैं अपनी इच्छा से तेरे लिए बलिदान चढ़ाऊँगा।+
हे यहोवा, मैं तेरे नाम की तारीफ करूँगा क्योंकि वह भला है।+
7 क्योंकि तू मुझे हर संकट से बचाता है+और मैं अपने दुश्मनों की हार देखूँगा।+