भजन 93:1-5
93 यहोवा राजा बना है!+
वह वैभव का लिबास पहने है,यहोवा ने ताकत धारण की है,कमर-पट्टी की तरह उसे पहने हुए है।
पृथ्वी* की बुनियाद मज़बूती से कायम की गयी है,यह हिलायी नहीं जा सकती।*
2 तेरी राजगद्दी मुद्दतों पहले मज़बूती से कायम की गयी थी,+तू हमेशा से रहा है।+
3 हे यहोवा, नदियाँ उफन रही हैं,नदियाँ उफन रही हैं, गरज रही हैं,नदियाँ लगातार उफन रही हैं, ज़ोर से गड़गड़ा रही हैं।
4 ऊँचे पर विराजमान यहोवा प्रतापी है,गहरे सागर के गरजन से भी ज़्यादा शक्तिशाली है,+किनारों से टकराती ऊँची-ऊँची लहरों से भी ताकतवर है।+
5 तू जो हिदायतें याद दिलाता है वे पूरी तरह भरोसेमंद हैं+
हे यहोवा, पवित्रता तेरे भवन को सदा के लिए शोभा देती है।+