मत्ती के मुताबिक खुशखबरी 19:1-30
अध्ययन नोट
यरदन के पार यहूदिया की सरहदों: ज़ाहिर है कि यहाँ यरदन नदी के पूरब में पेरिया की बात की गयी है, खासकर पेरिया के वे हिस्से जो यहूदिया की सरहद के पास थे। इस आयत के मुताबिक यीशु गलील से चला गया और दोबारा ज़िंदा होने के बाद ही यहाँ वापस आया।—अति. क7, नक्शा 5 देखें।
से जुड़ा रहेगा: यहाँ जो यूनानी क्रिया इस्तेमाल हुई है उसका शाब्दिक मतलब है, “चिपकना; करीब से बँध जाना; लिपटे रहना।” यहाँ यह क्रिया लाक्षणिक तौर पर इस्तेमाल हुई है और इसका मतलब है एक आदमी और औरत के बीच का ऐसा रिश्ता जो एक-दूसरे को मज़बूती से बाँधे रहता है मानो वे गोंद से चिपके हों।
एक तन: इनके यूनानी शब्द उत 2:24 में इस्तेमाल हुए इब्रानी शब्दों का शाब्दिक अनुवाद हैं। इन्हें “एक शरीर” या “एक व्यक्ति” भी लिखा जा सकता है। इन शब्दों से पता चलता है कि सभी रिश्तों में सबसे करीबी रिश्ता पति-पत्नी का होता है। यहाँ सिर्फ जिस्मानी रिश्तों की नहीं बल्कि पति-पत्नी के तौर पर उनके बीच के गहरे संबंध की भी बात की गयी है, जिसकी वजह से वे एक-दूसरे के वफादार रहते हैं और एक-दूसरे का साथ कभी नहीं छोड़ते। अगर यह रिश्ता टूटता है तो दर्द और नुकसान दोनों को सहना पड़ता है।
तलाकनामा: कानून में एक नियम था कि अगर कोई आदमी अपनी पत्नी को तलाक देना चाहता है, तो उसे कानूनी दस्तावेज़ तैयार करना था और शायद उसे मुखियाओं से सलाह लेनी थी। इस तरह यह नियम उसे इस गंभीर फैसले पर दोबारा सोचने का काफी वक्त देता था। ज़ाहिर है कि यह नियम इसराएलियों को जल्दबाज़ी में तलाक लेने से रोकता था और औरतों के हक की हिफाज़त करता था। (व्य 24:1) मगर यीशु के दिनों में धर्म गुरुओं ने छोटी-मोटी बातों पर तलाक लेने की छूट दे दी थी। पहली सदी के इतिहासकार जोसीफस ने, जो खुद एक तलाकशुदा फरीसी था, कहा कि तलाक “किसी भी वजह से लिया जा सकता है (और आदमियों के पास तलाक देने की कई वजह हैं)।”—मत 5:31 का अध्ययन नोट देखें।
नाजायज़ यौन-संबंध: यूनानी में पोर्निया। मत 5:32 का अध्ययन नोट और शब्दावली देखें।
व्यभिचार: शब्दावली देखें।
नपुंसक: ऐसा आदमी जिसके अंडकोष काट दिए जाते हैं। यहाँ यह शब्द ऐसे लोगों के लिए इस्तेमाल हुआ है जो सचमुच में और लाक्षणिक तौर पर नपुंसक थे।—शब्दावली में “नपुंसक; खोजा” देखें।
खुद को नपुंसक बना लिया है: या “नपुंसक के तौर पर जीने का फैसला किया है।” यहाँ उन आदमियों की बात नहीं की गयी है जिनके अंडकोष काट दिए गए हैं। इसके बजाय उन लोगों की बात की गयी है जो अपनी इच्छा से अविवाहित रहते हैं।—शब्दावली में “नपुंसक; खोजा” देखें।
सिर्फ एक ही है जो अच्छा है: यानी परमेश्वर। यहाँ यीशु कह रहा था कि अच्छा क्या है इसका स्तर तय करने का हक सिर्फ यहोवा को है। उसने अपने वचन बाइबल में अच्छाई के स्तर साफ-साफ बताए हैं।—मर 10:18; लूक 18:19.
पड़ोसी: मत 22:39 का अध्ययन नोट और शब्दावली देखें।
तुझमें कोई कमी न हो: या “तू परिपूर्ण हो।” इसके यूनानी शब्द का मतलब हो सकता है, किसी अधिकारी के ठहराए स्तरों के मुताबिक “पूरा” या “बेदाग।” (मत 5:48 का अध्ययन नोट देखें।) इस संदर्भ में धन-संपत्ति उस आदमी को परमेश्वर की सेवा पूरी तरह करने से रोक रही थी।—लूक 8:14.
सच: मत 5:18 का अध्ययन नोट देखें।
एक ऊँट का सुई के छेद से निकल जाना ज़्यादा आसान है: यीशु ने अतिशयोक्ति अलंकार का इस्तेमाल करके बताया कि जिस तरह एक ऊँट सुई के छेद से कभी नहीं निकल सकता, उसी तरह अगर एक अमीर आदमी यहोवा के साथ अपने रिश्ते से ज़्यादा धन-संपत्ति को अहमियत देता रहे तो वह कभी परमेश्वर के राज में दाखिल नहीं हो सकेगा। लेकिन यीशु के कहने का यह मतलब नहीं था कि कोई भी अमीर आदमी परमेश्वर के राज में नहीं जा सकता क्योंकि उसने आगे कहा, “परमेश्वर के लिए सबकुछ मुमकिन है।”—मत 19:26.
सबकुछ नया बनाया जाएगा: या “नयी सृष्टि की जाएगी।” यूनानी शब्द पालिनजीनीसिया को अगर दो भागों में बाँटा जाए तो एक का मतलब है, “दोबारा; नए सिरे से; एक बार फिर” और दूसरे का मतलब है, “जन्म; शुरूआत।” प्राचीन समय के यहूदी लेखक फीलो ने जब जलप्रलय के बाद नए सिरे से दुनिया की शुरूआत के बारे में लिखा तो उसने यही शब्द इस्तेमाल किया। यहूदी इतिहासकार जोसीफस ने भी यही शब्द इस्तेमाल किया जब उसने बँधुआई से लौटनेवाले इसराएलियों के दोबारा बसाए जाने के बारे में लिखा। यहाँ मत्ती ने इस शब्द का इस्तेमाल करके उस समय के बारे में लिखा जब मसीह और उसके साथी राजा धरती पर हुकूमत करेंगे और इस पर फिर से वही बढ़िया हालात लाएँगे जो पहले इंसानी जोड़े के पाप करने से पहले थे।
इंसान का बेटा: मत 8:20 का अध्ययन नोट देखें।
न्याय करोगे: यह बात उन आयतों से मेल खाती है जहाँ बताया गया है कि मसीह के साथी राजा उसके साथ मिलकर न्याय करेंगे। (1कुर 6:2; प्रक 20:4) बाइबल की कुछ आयतों में बताया गया है कि शासकों ने न्यायियों का काम किया और कुछ में बताया गया है कि न्यायियों को लोगों पर अधिकार दिया गया जिन पर उन्होंने हुकूमत की। इसलिए हालाँकि कई आयतों में शब्द ‘न्याय करना’ इस्तेमाल हुआ है, मगर उसका मतलब “हुकूमत करना” या “राज करना” भी हो सकता है।—न्या 2:18; 10:2; ओब 21.
100 गुना: कुछ हस्तलिपियों में “कई गुना” लिखा है, मगर इस आयत में जो दर्ज़ है, उसका और भी ठोस आधार हस्तलिपियों में पाया जाता है।—मर 10:30; लूक 18:30 से तुलना करें।
वारिस होगा: मत 25:34 का अध्ययन नोट देखें।
तसवीर और ऑडियो-वीडियो
अरामी भाषा में लिखा यह तलाकनामा ईसवी सन् 71 या 72 का है। यह तलाकनामा यहूदिया के रेगिस्तान की एक सूखी नदी यानी वादी मुरब्बात के उत्तर में पाया गया था। इस तलाकनामे में लिखा है कि यहूदियों के विद्रोह के छठे साल में मसाडा के रहनेवाले यूसुफ ने, जो नाकसान का बेटा था, अपनी पत्नी मिरियम को तलाक दे दिया था जो योनातान की बेटी थी।
यीशु के दिनों में, ऊँट उस इलाके का सबसे बड़ा पालतू जानवर था। माना जाता है कि बाइबल में जिस तरह के ऊँट का अकसर ज़िक्र किया गया है, वह अरबी ऊँट (कैमीलस ड्रोमैडैरियस) था जिसका एक कूबड़ होता है। बाइबल में सबसे पहले ऊँट का ज़िक्र तब आता है जब अब्राहम कुछ समय के लिए मिस्र में रहा था। वहाँ उसे बोझ ढोनेवाले ऐसे कई ऊँट दिए गए।—उत 12:16.