लैव्यव्यवस्था 18:1-30

18  यहोवा ने मूसा से यह भी कहा,  “इसराएलियों से कहना, ‘मैं तुम्हारा परमेश्‍वर यहोवा हूँ।+  तुम ऐसे काम न करना जैसे मिस्र के लोग करते हैं, जहाँ तुम पहले रहते थे और न ही तुम कनान के लोगों के जैसे काम करना, जहाँ मैं तुम्हें ले जा रहा हूँ।+ तुम उनकी विधियों पर मत चलना।  तुम मेरे न्याय-सिद्धांतों को मानना, मेरी विधियों का पालन किया करना और उन पर चलना।+ मैं तुम्हारा परमेश्‍वर यहोवा हूँ।  तुम मेरी विधियों और मेरे न्याय-सिद्धांतों का ज़रूर पालन किया करना। हर कोई जो ऐसा करता है वह ज़िंदा रहेगा।+ मैं यहोवा हूँ।  तुममें से कोई भी आदमी अपने किसी भी नज़दीकी रिश्‍तेदार के साथ यौन-संबंध रखने* के लिए उसके करीब न जाए।+ मैं यहोवा हूँ।  तुम अपने पिता या अपनी माँ के साथ यौन-संबंध न रखना। वह तुम्हारी माँ है, तुम्हें उसके साथ यौन-संबंध नहीं रखना चाहिए।  तुम अपने पिता की पत्नी के साथ यौन-संबंध न रखना।+ ऐसा करना अपने पिता का अपमान करना है।*  तुम अपनी बहन के साथ यौन-संबंध न रखना, फिर चाहे वह तुम्हारे पिता की बेटी हो या माँ की बेटी, चाहे वह तुम्हारे ही घराने में पैदा हुई हो या किसी और घराने में।+ 10  तुम न तो अपनी पोती के साथ और न ही अपनी नातिन के साथ यौन-संबंध रखना क्योंकि ऐसा करके तुम खुद का ही अपमान कर रहे होगे। 11  तुम अपने पिता की पत्नी की बेटी के साथ यौन-संबंध न रखना। वह तुम्हारे ही पिता की संतान है, तुम्हारी बहन है। 12  तुम अपनी बुआ के साथ यौन-संबंध न रखना। उसका तुम्हारे पिता के साथ खून का रिश्‍ता है।+ 13  तुम अपनी मौसी के साथ यौन-संबंध न रखना। उसका तुम्हारी माँ के साथ खून का रिश्‍ता है। 14  तुम अपने पिता के भाई की पत्नी के साथ यौन-संबंध न रखना। वह तुम्हारी चाची* है। उसके साथ संबंध रखना अपने पिता के भाई का अपमान करना है।*+ 15  तुम अपनी बहू के साथ यौन-संबंध न रखना।+ वह तुम्हारे बेटे की पत्नी है। तुम्हें उसके साथ यौन-संबंध नहीं रखना चाहिए। 16  तुम अपने भाई की पत्नी के साथ यौन-संबंध न रखना+ क्योंकि ऐसा करना अपने भाई का अपमान करना है।* 17  अगर तुम किसी औरत से शादी करते हो तो उसकी बेटी के साथ यौन-संबंध न रखना।+ तुम उस औरत की पोती और नातिन के साथ यौन-संबंध न रखना। वे उस औरत की नज़दीकी रिश्‍तेदार हैं। उनके साथ यौन-संबंध रखना अश्‍लील काम* है। 18  तुम अपनी पत्नी के जीते-जी उसकी बहन से शादी करके उसकी सौतन मत लाना+ और उसकी बहन के साथ यौन-संबंध न रखना। 19  तुम किसी ऐसी औरत के साथ यौन-संबंध रखने के लिए उसके करीब न जाना जो माहवारी की वजह से अशुद्ध हालत में है।+ 20  तुम अपने किसी संगी-साथी* की पत्नी के साथ यौन-संबंध न रखना। ऐसा करने से तुम अशुद्ध हो जाओगे।+ 21  तुम अपने किसी भी बच्चे को मोलेक देवता को अर्पित* करने के लिए मत देना।+ मोलेक के लिए अपना बच्चा देकर अपने परमेश्‍वर के नाम का अपमान न करना।+ मैं यहोवा हूँ। 22  तुममें से कोई भी आदमी दूसरे आदमी के साथ यौन-संबंध न रखे, जैसे तुम औरत के साथ संबंध रखते हो।+ यह एक घिनौना काम है। 23  कोई भी आदमी जानवर के साथ यौन-संबंध न रखे। इससे वह आदमी अशुद्ध हो जाएगा। उसी तरह कोई भी औरत जानवर के साथ यौन-संबंध रखने के इरादे से उसके सामने न जाए।+ यह अस्वाभाविक है। 24  तुम इनमें से कोई भी काम करके अशुद्ध मत हो जाना, क्योंकि मैं जिन जातियों को तुम्हारे सामने से खदेड़ रहा हूँ, वे ऐसे ही कामों से अशुद्ध हो गयी हैं।+ 25  इसी वजह से वह देश अशुद्ध है और मैं उसमें रहनेवालों को उनके गुनाहों की सज़ा दूँगा। उन्हें उस देश से खदेड़ दिया जाएगा।*+ 26  मगर तुममें से हर कोई, चाहे वह इसराएली हो या तुम्हारे बीच रहनेवाला परदेसी,+ मेरी विधियों और न्याय-सिद्धांतों का पालन किया करे+ और इस तरह का कोई भी घिनौना काम न करे, 27  क्योंकि तुमसे पहले जो लोग उस देश में रहते थे वे ऐसे ही घिनौने काम करते थे+ और उनकी वजह से देश अशुद्ध है। 28  अगर तुम उनके जैसे काम करके देश को दूषित नहीं करोगे तो तुम्हें वहाँ से नहीं खदेड़ा जाएगा* जैसे तुमसे पहले रहनेवाली जातियों को खदेड़ा* जाएगा। 29  अगर कोई इनमें से एक भी घिनौना काम करता है, तो उसे मौत की सज़ा दी जाए। 30  तुम ऐसा कोई भी घिनौना रीति-रिवाज़ न मानना जो वहाँ के लोग मानते थे+ और इस तरह तुम अशुद्ध न होना। इन कामों से दूर रहकर तुम अपना फर्ज़ निभाना। मैं तुम्हारा परमेश्‍वर यहोवा हूँ।’”

कई फुटनोट

शा., “का तन उघाड़ने।” यहाँ और आगे की आयतों में।
शा., “यह तुम्हारे पिता का नंगापन है।”
या “ताई।”
शा., “का तन उघाड़ना है।”
शा., “यह तुम्हारे भाई का नंगापन है।”
या “शर्मनाक काम; कामुकता।”
या “पड़ोसी।”
या “बलि।”
शा., “वह देश उन्हें उगल देगा।”
शा., “वह देश तुम्हें नहीं उगल देगा।”
शा., “उगल दिया।”

अध्ययन नोट

तसवीर और ऑडियो-वीडियो