सारांश चलाएँ 1 भविष्यवक्ता मदद के लिए पुकारता है (1-4) ‘हे यहोवा, कब तक?’ (2) ‘तू क्यों अत्याचार होने देता है?’ (3) सज़ा देने के लिए परमेश्वर कसदियों को लाता है (5-11) यहोवा से भविष्यवक्ता की बिनती (12-17) ‘हे मेरे परमेश्वर तू कभी नहीं मरता’ (12) ‘तू इतना शुद्ध है कि बुराई नहीं देख सकता’ (13) 2 ‘मैं इंतज़ार करूँगा कि वह क्या संदेश देता है’ (1) भविष्यवक्ता को यहोवा का जवाब (2-20) ‘दर्शन पूरा होने का इंतज़ार करना’ (3) नेक जन विश्वास से ज़िंदा रहेगा (4) कसदी पाँच बार धिक्कारे गए (6-20) पृथ्वी यहोवा के ज्ञान से भर जाएगी (14) 3 प्रार्थना कि यहोवा कदम उठाए (1-19) परमेश्वर अभिषिक्त जनों को बचाएगा (13) दुखों में भी यहोवा के कारण खुशी मनाना (17, 18) पिछला अगला प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें हबक्कूक—सारांश बाइबल की किताबें हबक्कूक—सारांश हिंदी हबक्कूक—सारांश https://cms-imgp.jw-cdn.org/img/p/1001070000/univ/art/1001070000_univ_sqr_xl.jpg nwtsty हबक्कूक इस प्रकाशन की कॉपीराइट Copyright © 2024 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania. इस्तेमाल की शर्तें | गोपनीयता नीति | PRIVACY SETTINGS