सारांश चलाएँ 1 मंदिर दोबारा न बनाने की वजह से फटकार मिली (1-11) ‘क्या यह वक्त बढ़िया-बढ़िया घरों में रहने का है?’ (4) “अपने तौर-तरीकों पर ध्यान दो” (5) बोया बहुत मगर फसल कम (6) लोगों ने यहोवा की बात मानी (12-15) 2 दूसरा मंदिर महिमा से भरा होगा (1-9) सब राष्ट्र हिलाए जाएँगे (7) राष्ट्रों की अनमोल चीज़ें आएँगी (7) मंदिर दोबारा बनाने पर आशीषें (10-19) पवित्र चीज़ें छूने से पवित्र नहीं होती (10-14) जरुबाबेल के लिए संदेश (20-23) “मैं तुझे मुहरवाली अँगूठी की तरह बनाऊँगा” (23) पिछला अगला प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें हाग्गै—सारांश बाइबल की किताबें हाग्गै—सारांश हिंदी हाग्गै—सारांश https://cms-imgp.jw-cdn.org/img/p/1001070000/univ/art/1001070000_univ_sqr_xl.jpg nwtsty हाग्गै इस प्रकाशन की कॉपीराइट Copyright © 2024 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania. इस्तेमाल की शर्तें | गोपनीयता नीति | PRIVACY SETTINGS