आमोस 2:1-16

  • बार-बार बगावत करने की सज़ा (1-16)

    • मोआब (1-3), यहूदा (4, 5), इसराएल (6-16)

2  यहोवा कहता है,‘“मोआब के बार-बार बगावत* करने+ की वजह से मैं सज़ा देने से पीछे नहीं हटूँगा,क्योंकि उसने चूने के लिए एदोम के राजा की हड्डियाँ जला दीं।   इसलिए मैं मोआब पर आग भेजूँगा,जो करियोत की किलेबंद मीनारों को भस्म कर देगी,+जब चारों तरफ शोरगुल होगा, युद्ध की ललकार और नरसिंगे की आवाज़ सुनायी देगी,तब मोआब मर जाएगा।+   मैं उसके बीच से शासक* को हटा दूँगा,उसके साथ उसके सभी हाकिमों को मार डालूँगा।”+ यह बात यहोवा ने कही है।’   यहोवा कहता है,‘यहूदा के बार-बार बगावत करने+ की वजह से मैं सज़ा देने से पीछे नहीं हटूँगा,क्योंकि उन्होंने यहोवा का कानून* ठुकरा दिया,उसके नियमों का पालन नहीं किया।+इसके बजाय वे उन्हीं झूठी बातों से गुमराह हो गए जो उनके बाप-दादे मानते थे।+   इसलिए मैं यहूदा पर आग भेजूँगा,जो यरूशलेम की किलेबंद मीनारों को भस्म कर देगी।’+   यहोवा कहता है,‘इसराएल के बार-बार बगावत करने+ की वजह से मैं सज़ा देने से पीछे नहीं हटूँगा,क्योंकि वे चाँदी के लिए नेक जन कोऔर एक जोड़ी जूती के लिए गरीब को बेच देते हैं।+   वे मुसीबत के मारों का सिर धूल में रौंद देते हैं,+दीनों का रास्ता रोक देते हैं।+ बाप-बेटा, दोनों एक ही लड़की के साथ संबंध रखते हैंऔर मेरे पवित्र नाम का अपमान करते हैं।   वे गिरवी के लिए कपड़े ज़ब्त करते हैं+ और हर वेदी+ के सामने बिछाकर पसर जाते हैं,जुरमाने के पैसे से दाख-मदिरा खरीदकर अपने देवताओं के मंदिर में पीते हैं।’   ‘मगर मैंने ही उनके सामने से एमोरी को नाश किया था,+जो देवदारों जितना लंबा और बाँज के पेड़ों जितना मज़बूत था,मैंने ऊपर से उसके फल और नीचे से उसकी जड़ें नाश कर दी थीं।+ 10  मैं तुम्हें मिस्र से निकाल लाया था,+40 साल वीराने से चलाकर लाया था+ताकि तुम एमोरियों के देश पर कब्ज़ा कर सको। 11  मैंने तुम्हारे कुछ बेटों को भविष्यवक्‍ताऔर कुछ जवानों को नाज़ीर ठहराया था।+ हे इसराएल के लोगो, क्या मैंने ऐसा नहीं किया था?’ यहोवा का यह ऐलान है। 12  ‘मगर तुम लोग नाज़ीरों को दाख-मदिरा पिलाते रहे+और तुमने भविष्यवक्‍ताओं को आज्ञा दी, “तुम भविष्यवाणी मत करो।”+ 13  इसलिए मैं तुम्हें तुम्हारी जगह रौंद दूँगा,जैसे पूलों से लदी गाड़ी ज़मीन को रौंद देती है। 14  तेज़ दौड़नेवाला कहीं भाग न सकेगा,+ताकतवर की ताकत किसी काम की न होगी,कोई भी सूरमा अपनी जान बचाकर नहीं भाग सकेगा। 15  तीरंदाज़ अपनी जगह टिक न सकेगा,तेज़ दौड़नेवाला बच नहीं पाएगा,घुड़सवार अपनी जान बचाकर नहीं भाग सकेगा। 16  योद्धाओं में जो सबसे दिलेर है,वह भी उस दिन नंगा भाग जाएगा।’+ यहोवा का यह ऐलान है।”

कई फुटनोट

या “अपराध।”
शा., “न्यायी।”
या “हिदायत।”