न्यायियों 12:1-15

  • एप्रैमियों के साथ लड़ाई (1-7)

    • शिब्बोलेत बुलवाकर परखना (6)

  • न्यायी इबसान, एलोन और अब्दोन (8-15)

12  फिर एप्रैम के आदमी इकट्ठा हुए और नदी पार कर सापोन* आए। उन्होंने यिप्तह से कहा, “जब तू अम्मोनियों से लड़ने गया तो तूने हमें क्यों नहीं बुलाया?+ अब हम तुझे और तेरे घर को जला डालेंगे।”  लेकिन यिप्तह ने उनसे कहा, “अम्मोनियों से मेरी और मेरे आदमियों की दुश्‍मनी थी। उनसे लड़ने के लिए मैंने तुम्हें बुलाया था, मगर तुमने हमारी मदद नहीं की।  जब तुम नहीं आए, तो मैं अपनी जान हथेली पर रखकर उनसे लड़ने निकल पड़ा+ और यहोवा ने उन्हें मेरे हाथ कर दिया। फिर आज तुम क्यों आए हो? और क्यों मुझसे लड़ना चाहते हो?”  तब यिप्तह ने गिलाद के सारे आदमियों को इकट्ठा कर+ एप्रैम के लोगों से युद्ध किया और उन्हें हरा दिया। ये वही एप्रैमी थे जो उनसे कहा करते थे, “हे गिलादियो, भले ही तुम मनश्‍शे और एप्रैम के लोगों के बीच रहते हो, मगर एप्रैमियों की नज़र में तुम कुछ भी नहीं।”*  गिलाद के लोगों ने जाकर एप्रैम के सामनेवाले घाटों पर कब्ज़ा कर लिया+ ताकि कोई भी एप्रैमी, नदी पार करके भाग न सके। अगर कोई एप्रैमी घाट पर आकर कहता, “मुझे उस पार जाना है,” तब गिलाद के आदमी उससे पूछते, “क्या तू एप्रैमी है?” अगर वह जवाब देता “नहीं”  तो वे उसे कहते “शिब्बोलेत बोलकर बता।” मगर वह उस शब्द को ठीक से नहीं बोल पाता और कहता “सिब्बोलेत।” तब गिलाद के आदमी वहीं यरदन के घाट पर उसे मार डालते। उस दिन 42,000 एप्रैमी मारे गए।  गिलाद का यिप्तह छ: साल तक इसराएल का न्यायी रहा। इसके बाद उसकी मौत हो गयी और उसे उसके शहर में दफनाया गया जो गिलाद में था।  यिप्तह के बाद इबसान इसराएल का न्यायी बना+ जो बेतलेहेम का रहनेवाला था।  उसके 30 बेटे और 30 बेटियाँ थीं। उसने अपनी बेटियों की शादी अपने कुल से बाहर करवायी और अपने बेटों के लिए वह दूसरे कुल से 30 बहुएँ लाया। इबसान सात साल तक इसराएल का न्यायी रहा। 10  फिर उसकी मौत हो गयी और उसे बेतलेहेम में दफनाया गया। 11  उसके बाद एलोन इसराएल का न्यायी बना। वह जबूलून गोत्र से था और उसने दस साल तक इसराएल का न्याय किया। 12  फिर एलोन की मौत हो गयी और उसे जबूलून के इलाके में, अय्यालोन में दफनाया गया। 13  एलोन के बाद अब्दोन ने इसराएल का न्याय किया, जो पिरातोन के निवासी हिल्लेल का बेटा था। 14  अब्दोन के 40 बेटे और 30 पोते थे और उनके पास सवारी करने के लिए 70 गधे थे। अब्दोन आठ साल तक इसराएल का न्यायी रहा। 15  इसके बाद पिरातोन के निवासी हिल्लेल के बेटे अब्दोन की मौत हो गयी। उसे पिरातोन में दफनाया गया, जो एप्रैम के इलाके में अमालेकियों+ के पहाड़ पर था।

कई फुटनोट

या शायद, “नदी पार कर उत्तर की तरफ।”
शा., “तुम वे लोग हो जो एप्रैम से भाग आए थे।”