भजन 111:1-10

  • यहोवा के महान कामों के लिए उसकी तारीफ करना

    • उसका नाम पवित्र, विस्मयकारी (9)

    • यहोवा का डर मानना बुद्धिमानी है (10)

111  याह की तारीफ करो!*+ א [आलेफ ] मैं सीधे-सच्चे लोगों की सभा में और मंडली मेंב [बेथ ] पूरे दिल से यहोवा की तारीफ करूँगा।+ ג [गिमेल ]   यहोवा के काम महान हैं,+ד [दालथ ] जो उनसे खुशी पाते हैं, वे सब उनकी जाँच करते हैं।+ ה [हे ]   उसके काम गौरवशाली और लाजवाब हैं,ו [वाव ] उसकी नेकी सदा बनी रहती है।+ ז [जैन ]   वह अपने आश्‍चर्य के कामों को यादगार बनाता है।+ ח [हेथ ] यहोवा करुणा से भरा और दयालु है।+ ט [टेथ ]   जो उसका डर मानते हैं, उन्हें वह खाना देता है।+ י [योध ] वह सदा अपना करार याद रखता है।+ כ [काफ ]   उसने अपने लोगों को दूसरी जातियों की विरासत दी है,+ל [लामेध ] ऐसा करके उसने अपने शक्‍तिशाली काम अपने लोगों को दिखाए हैं। מ [मेम ]   उसके हाथ के काम सच्चे और न्याय के हैं,+נ [नून ] उसके सभी आदेश भरोसेमंद हैं।+ ס [सामेख ]   वे हमेशा भरोसेमंद* होते हैं, आज भी हैं और सदा तक भरोसेमंद रहेंगे,ע [ऐयिन ] उनकी बुनियाद सच्चाई और नेकी है।+ פ [पे ]   उसने अपने लोगों को छुटकारा दिलाया है।+ צ [सादे ] उसने आज्ञा दी है कि उसका करार सदा कायम रहे। ק [कोफ ] उसका नाम पवित्र और विस्मयकारी है।+ ר [रेश ] 10  यहोवा का डर मानना बुद्धि की शुरूआत है।+ ש [सीन ] उसके आदेशों को माननेवाले सभी अंदरूनी समझ दिखाते हैं।+ ת [ताव ] उसकी तारीफ सदा तक होती रहती है।

कई फुटनोट

या “हल्लिलूयाह!” “याह” यहोवा नाम का छोटा रूप है।
या “पक्के सबूतों पर आधारित।”