भजन 129:1-8

  • हमला हुआ पर हरा न सके

    • सिय्योन से नफरत करनेवाले शर्मिंदा किए जाएँगे (5)

चढ़ाई का गीत। 129  “मेरे बचपन से मेरे दुश्‍मन लगातार मुझ पर हमला करते रहे,”+ इसराएल अब कहे,   “मेरे बचपन से मेरे दुश्‍मन लगातार मुझ पर हमला करते रहे,+मगर वे मुझे हरा न सके।+   हल जोतनेवालों ने मेरी पीठ पर हल जोता,+उन्होंने हल की लंबी-लंबी रेखाएँ बनायीं।”   मगर यहोवा नेक है,+उसने दुष्ट के बाँधे रस्से काट डाले।+   सिय्योन से नफरत करनेवाले सभी शर्मिंदा किए जाएँगे,वे बेइज़्ज़त होकर भाग जाएँगे।+   वे छत पर उगनेवाली घास जैसे हो जाएँगे,जो उखाड़े जाने से पहले ही मुरझा जाती है,   जिससे न कटाई करनेवाला अपनी मुट्ठी भरता है,न ही पूले इकट्ठा करनेवाला अपनी बाहें भरता है।   आने-जानेवाले यह नहीं कहेंगे,“यहोवा की आशीष तुझ पर हो,हम यहोवा के नाम से तुझे आशीर्वाद देते हैं।”

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