भजन 138:1-8

  • परमेश्‍वर महान है, फिर भी उसे परवाह है

    • ‘तूने मेरी प्रार्थना का जवाब दिया’ (3)

    • ‘खतरों से मुझे बचाया’ (7)

दाविद की रचना। 138  मैं पूरे दिल से तेरी तारीफ करूँगा,+ दूसरे देवताओं के सामने तेरी तारीफ में गीत गाऊँगा।*   मैं तेरे पवित्र मंदिर* की तरफ मुँह करके दंडवत करूँगा,+तेरे अटल प्यार और तेरी वफादारी की वजह सेतेरे नाम की बड़ाई करूँगा,+ तूने अपने वचन और अपने नाम को बाकी सब चीज़ों से महान किया है।*   जिस दिन मैंने तुझे पुकारा तूने मुझे जवाब दिया,+मुझे हिम्मत दी, मुझे मज़बूत किया।+   हे यहोवा, धरती के सभी राजा तेरी तारीफ करेंगे,+क्योंकि वे तेरे वादों के बारे में सुन चुके होंगे।   वे यहोवा की राहों के बारे में गीत गाएँगे,क्योंकि यहोवा की महिमा अपार है।+   यहोवा ऊँचे पर निवास करता है, फिर भी वह नम्र लोगों पर गौर करता है,+मगर मगरूरों को सिर्फ दूर से जानता है।+   जब मैं खतरों से गुज़रूँ, तब भी तू मेरी जान की हिफाज़त करेगा।+ मेरे भड़के हुए दुश्‍मनों के खिलाफ तू अपना हाथ बढ़ाएगा,तेरा दायाँ हाथ मुझे बचा लेगा।   यहोवा मेरी खातिर सारा काम पूरा करेगा। हे यहोवा, तेरा अटल प्यार सदा बना रहता है,+तू अपने हाथ की रचनाओं को छोड़ न देना।+

कई फुटनोट

या शायद, “दूसरे देवताओं के विरोध में, मैं तेरे लिए संगीत बजाऊँगा।”
या “पवित्र-स्थान।”
या शायद, “तूने अपने नाम से बढ़कर अपने वचन को महान किया है।”