भजन 148:1-14

  • सारी सृष्टि यहोवा की तारीफ करे

    • “स्वर्गदूतो, उसकी तारीफ करो” (2)

    • ‘सूरज, चाँद, तारो, उसकी तारीफ करो’ (3)

    • जवान और बुज़ुर्ग परमेश्‍वर की तारीफ करें (12, 13)

148  याह की तारीफ करो!* स्वर्ग से यहोवा की तारीफ करो,+ऊँची जगहों में उसकी तारीफ करो।   उसके सब स्वर्गदूतो, उसकी तारीफ करो।+ उसकी सारी सेनाओ, उसकी तारीफ करो।+   सूरज और चाँद, उसकी तारीफ करो। चमकते तारो, तुम सब उसकी तारीफ करो।+   हे सबसे ऊँचे आसमान और उनके ऊपर ठहरे पानी,उसकी तारीफ करो।   वे यहोवा के नाम की तारीफ करें,क्योंकि उसके हुक्म देने पर उनकी सृष्टि हुई थी।+   वह उन्हें सदा के लिए कायम रखता है,+उसने एक फरमान जारी किया जो कभी रद्द नहीं होगा।+   धरती से यहोवा की तारीफ करो,गहरे समुंदरो और उनके विशाल जीवो,   बिजली और ओलो, बर्फ और काली घटाओ,उसका हुक्म माननेवाली आँधियो,+   पहाड़ो और सब पहाड़ियो,+फलदार पेड़ो और सब देवदारो,+ 10  जंगली जानवरो+ और सब पालतू जानवरो,रेंगनेवाले जीवो और पंछियो, 11  धरती के राजाओ और सब राष्ट्रो,धरती के हाकिमो और सब न्यायियो,+ 12  जवान लड़को और जवान लड़कियो,*बुज़ुर्ग आदमियो और जवानो, सब मिलकर उसकी तारीफ करो। 13  वे सब यहोवा के नाम की तारीफ करें,क्योंकि सिर्फ उसी का नाम सबसे ऊँचा और महान है।+ उसका प्रताप धरती और आकाश के ऊपर फैला है।+ 14  वह अपने लोगों की ताकत बढ़ाएगा*ताकि उसके सभी वफादार लोग,उसके सबसे अज़ीज़ इसराएली लोग सम्मान पाएँ। याह की तारीफ करो!*

कई फुटनोट

या “हल्लिलूयाह!” “याह” यहोवा नाम का छोटा रूप है।
शा., “कुँवारियो।”
शा., “का सींग ऊँचा करेगा।”
या “हल्लिलूयाह!” “याह” यहोवा नाम का छोटा रूप है।