भजन 50:1-23

  • वफादार और दुष्ट का न्याय

    • बलिदान की बिना पर परमेश्‍वर के साथ करार (5)

    • “परमेश्‍वर खुद न्यायी है” (6)

    • सभी जानवर परमेश्‍वर के हैं (10, 11)

    • दुष्टों का परदाफाश (16-21)

आसाप+ का सुरीला गीत। 50  सब ईश्‍वरों से महान परमेश्‍वर यहोवा+ ने कहा है,पूरब से पश्‍चिम तक*पूरी धरती को आने का आदेश दिया है।   परमेश्‍वर सिय्योन से, जिसकी खूबसूरती बेमिसाल* है,+ अपना तेज चमकाता है।   हमारा परमेश्‍वर ज़रूर आएगा और वह चुप न रहेगा।+ उसके सामने भस्म करनेवाली आग है,+उसके चारों तरफ ज़ोरदार आँधी चलती है।+   उसने आकाश और धरती को आने का आदेश दिया है+ताकि जब वह अपने लोगों का न्याय करे+ तो वे गवाह ठहरें:   “मेरे वफादार लोगों को मेरे पास इकट्ठा करो,जिन्होंने बलिदान की बिना पर मेरे साथ एक करार किया है।”+   आकाश, परमेश्‍वर की नेकी का ऐलान करता है,क्योंकि परमेश्‍वर खुद न्यायी है।+ (सेला )   “हे मेरी प्रजा, मैं जो कहने जा रहा हूँ उसे सुन,हे इसराएल, मैं तेरे खिलाफ गवाही दूँगा।+ मैं परमेश्‍वर हूँ, तेरा परमेश्‍वर।+   मैं तेरे बलिदानों की वजह से तुझे नहीं फटकारता,न ही तेरी होम-बलियों की वजह से, जो तू मेरे सामने नियमित तौर पर चढ़ाता है।+   मुझे न तो तेरे घर का बैल चाहिए,न तेरे बाड़े के बकरे।+ 10  क्योंकि जंगल का हर जानवर मेरा है,हज़ारों पहाड़ों पर रहनेवाले पशु भी मेरे हैं।+ 11  मैं पहाड़ों के हर पंछी के बारे में जानता हूँ,+मैदान के अनगिनत जीव-जंतु मेरे हैं। 12  अगर मैं भूखा होता, तो भी तुझसे नहीं कहता,क्योंकि उपजाऊ ज़मीन और उसकी हर चीज़ मेरी है।+ 13  मैं क्या बैलों का गोश्‍त खाऊँगा?बकरों का खून पीऊँगा?+ 14  परमेश्‍वर को धन्यवाद दे, यह तेरा बलिदान होगा+और परम-प्रधान से मानी मन्‍नतें पूरी कर।+ 15  मुसीबत की घड़ी में मुझे पुकार,+ मैं तुझे छुड़ाऊँगा और तू मेरी महिमा करेगा।”+ 16  मगर परमेश्‍वर दुष्ट से कहेगा, “तुझे मेरे नियमों के बारे में बतानेया मेरे करार+ के बारे में बात करने का क्या हक है?+ 17  तू तो शिक्षा* से नफरत करता है,बार-बार मेरी सलाह ठुकरा देता है।+ 18  जब तू किसी चोर को देखता है तो उसे सही ठहराता है,*+तू बदचलन लोगों से मेल-जोल रखता है। 19  तू अपने मुँह से बुरी बातें फैलाता है,तेरी जीभ हमेशा छल की बातें कहती है।+ 20  तू बैठकर अपने ही भाई के खिलाफ बोलता है,+अपने सगे भाई की खामियाँ दूसरों को बताता है।* 21  जब तूने ये काम किए तो मैं चुप रहाऔर तूने सोच लिया कि मैं भी तेरे जैसा हूँ। मगर अब मैं तुझे सुधारने के लिए फटकारूँगा,तुझ पर मुकदमा करूँगा।+ 22  परमेश्‍वर को भूलनेवालो, ज़रा इस बात पर गौर करो,+वरना मैं तुम्हारी बोटी-बोटी कर दूँगा और तुम्हें बचानेवाला कोई न होगा। 23  जब कोई मुझे धन्यवाद देता है, जो कि उसका बलिदान है, तो वह मेरी महिमा करता है।+ जो मज़बूत इरादे से सही राह पर चलता रहता है,उसका मैं उद्धार करूँगा।”+

कई फुटनोट

या “सूरज के उगने से डूबने तक।”
या “परिपूर्ण।”
या “हिदायत।”
या शायद, “उससे मिल जाता है।”
या “को बदनाम करता है।”