भजन 51:1-19

  • पश्‍चाताप करनेवाले की प्रार्थना

    • गर्भ में पड़ने के समय से पापी (5)

    • “मेरा पाप दूर कर दे” (7)

    • “मेरे अंदर एक साफ दिल पैदा कर” (10)

    • कुचला दिल परमेश्‍वर को भाता है (17)

निर्देशक के लिए हिदायत। दाविद का यह सुरीला गीत उस समय का है जब उसने बतशेबा+ के साथ संबंध रखकर पाप किया था और उसके बाद भविष्यवक्‍ता नातान उसके पास आया था। 51  हे परमेश्‍वर, अपने अटल प्यार के मुताबिक मुझ पर रहम कर।+ अपनी बड़ी दया के मुताबिक मेरे अपराध मिटा दे।+   मेरा दोष पूरी तरह धो दे,+मेरे पाप दूर करके मुझे शुद्ध कर दे।+   क्योंकि मुझे अपने अपराधों का पूरा-पूरा एहसास है,मेरा पाप हमेशा मेरे सामने* रहता है।+   मैंने तेरे खिलाफ, हाँ, सबसे बढ़कर तेरे खिलाफ* पाप किया है,+मैंने तेरी नज़र में बुरा काम किया है।+ इसलिए तू जो बोलता है वह सही है,तेरा न्याय सच्चा है।+   देख! मैं जन्म से ही पाप का दोषी हूँ,जब मैं माँ के गर्भ में पड़ा तब से मुझमें पाप है।*+   देख! तू ऐसे इंसान से खुश होता है जो दिल का सच्चा है,+मेरे मन को सच्ची बुद्धि की बातें सिखा।   मरुए से पानी छिड़ककर मेरा पाप दूर कर दे ताकि मैं शुद्ध हो जाऊँ,+मुझे धोकर साफ कर दे ताकि मैं बर्फ से भी उजला हो जाऊँ।+   मुझे खुशियाँ और जश्‍न मनाने की आवाज़ सुनने देताकि जो हड्डियाँ तूने चकनाचूर कर दी हैं, उनमें उमंग भर जाए।+   तू मेरे पापों से अपना मुँह फेर ले,+मेरे सारे गुनाह पोंछकर मिटा दे।+ 10  हे परमेश्‍वर, मेरे अंदर एक साफ दिल पैदा कर,+मन का एक नया रुझान+ दे कि मैं अटल बना रहूँ। 11  तू मुझे अपने सामने से दूर न कर,मुझ पर से अपनी पवित्र शक्‍ति न हटा। 12  तूने मेरा उद्धार करके मुझे जो खुशियाँ दी थीं वे मुझे लौटा दे,+मेरे अंदर ऐसी इच्छा जगा कि मैं तेरी आज्ञा मानूँ। 13  मैं अपराधियों को तेरी राहों के बारे में सिखाऊँगा+ताकि वे पापी तेरे पास लौट आएँ। 14  हे परमेश्‍वर, मेरे उद्धारकर्ता परमेश्‍वर,+ खून का दोष मुझ पर से मिटा दे+ताकि मेरी जीभ खुशी-खुशी तेरी नेकी का ऐलान करे।+ 15  हे यहोवा, मुझे बोलने की इजाज़त देताकि मैं तेरी तारीफ करूँ।+ 16  तू कोई बलिदान नहीं चाहता वरना मैं ज़रूर चढ़ाता,+तू पूरी होम-बलि से खुश नहीं होता।+ 17  टूटा मन ऐसा बलिदान है जो परमेश्‍वर को भाता है,हे परमेश्‍वर, तू टूटे और कुचले हुए दिल को नहीं ठुकराएगा।*+ 18  अपनी कृपा दिखाकर सिय्योन का भला कर,यरूशलेम की शहरपनाह को मज़बूत कर। 19  तब तू नेकी के बलिदानों से,होम-बलियों और पूरे चढ़ावे से खुश होगा,तब तेरी वेदी पर बैल अर्पित किए जाएँगे।+

कई फुटनोट

या “मेरे मन में।”
शा., “सिर्फ तेरे खिलाफ।”
या “पाप में मेरी माँ ने मुझे गर्भ में धारण किया था।”
या “तुच्छ नहीं समझेगा।”