भजन 85:1-13

  • बहाली की प्रार्थना

    • परमेश्‍वर वफादार जनों से शांति की बातें करेगा (8)

    • अटल प्यार और वफादारी मिलेंगे (10)

कोरह के वंशजों का सुरीला गीत।+ निर्देशक के लिए हिदायत। 85  हे यहोवा, तूने अपने देश पर कृपा की है,+तू याकूब की संतानों को बँधुआई से वापस ले आया।+   तूने अपने लोगों का गुनाह माफ किया है,उनके सारे पाप माफ कर दिए।*+ (सेला )   तूने अपना क्रोध प्रकट करने से खुद को रोक लिया,अपने गुस्से की जलजलाहट शांत कर दी।+   हे परमेश्‍वर, हमारे उद्धारकर्ता, हमें बहाल कर दे,*हमसे नाराज़ होना छोड़ दे।+   क्या तू हमेशा के लिए हम पर भड़का रहेगा?+ क्या तू पीढ़ी-पीढ़ी तक गुस्सा करता रहेगा?   क्या तू हममें दोबारा जान नहीं फूँकेगाताकि तेरे लोग तेरे कारण आनंद मनाएँ?+   हे यहोवा, हमें अपने अटल प्यार का सबूत दे,+हमारा उद्धार कर।   सच्चा परमेश्‍वर यहोवा जो कहता है, मैं सुनूँगा,क्योंकि वह अपने लोगों से, अपने वफादार जनों से शांति की बातें करेगा,+मगर ऐसा न हो कि वे पहले की तरह खुद पर हद-से-ज़्यादा भरोसा करें।+   परमेश्‍वर उन लोगों को बचाने के लिए तैयार रहता है जो उसका डर मानते हैं+ताकि हमारे देश पर उसकी महिमा छायी रहे। 10  अटल प्यार और वफादारी एक-दूसरे से मिलेंगे,नेकी और शांति एक-दूसरे को चूमेंगी।+ 11  धरती से वफादारी के अंकुर फूटेंगेऔर आसमान से नेकी चमकेगी।+ 12  बेशक, यहोवा हमें अच्छी चीज़ें* देगा,+हमारी ज़मीन अपनी उपज देगी।+ 13  नेकी परमेश्‍वर के सामने चलेगी,+उसके कदमों के लिए रास्ता बनाएगी।

कई फुटनोट

शा., “ढाँप दिए।”
या “हमें वापस इकट्ठा कर ले।”
या “खुशहाली।”