भजन 96:1-13

  • “यहोवा के लिए एक नया गीत गाओ”

    • वह सबसे ज़्यादा तारीफ के काबिल (4)

    • सभी देशों के देवता निकम्मे (5)

    • पवित्र पोशाक पहने उपासना करो (9)

96  यहोवा के लिए एक नया गीत गाओ।+ सारी धरती के लोगो, यहोवा के लिए गीत गाओ!+   यहोवा के लिए गीत गाओ, उसके नाम की तारीफ करो। वह जो उद्धार दिलाता है, उसकी खुशखबरी रोज़-ब-रोज़ सुनाओ।+   राष्ट्रों में उसकी महिमा का ऐलान करो,देश-देश के लोगों में उसके अजूबों का ऐलान करो।+   यहोवा महान है, सबसे ज़्यादा तारीफ के काबिल है। सभी देवताओं से बढ़कर विस्मयकारी है।   देश-देश के लोगों के सभी देवता निकम्मे हैं,+मगर यहोवा ने ही आकाश बनाया।+   उसके सामने प्रताप* और वैभव है,+उसके पवित्र-स्थान में शक्‍ति और सौंदर्य है।+   देश-देश के सभी घरानो, यहोवा का आदर करो,यहोवा का आदर करो क्योंकि वह महिमा और ताकत से भरपूर है।+   यहोवा का नाम जितनी महिमा का हकदार है उतनी महिमा उसे दो,+भेंट लेकर उसके आँगनों में आओ।   पवित्र पोशाक पहने* यहोवा को दंडवत* करो,सारी धरती के लोगो, उसके सामने थर-थर काँपो! 10  राष्ट्रों में ऐलान करो, “यहोवा राजा बना है!+ पृथ्वी* मज़बूती से कायम की गयी है, यह हिलायी नहीं जा सकती। परमेश्‍वर बिना तरफदारी किए देश-देश के लोगों का न्याय* करेगा।”+ 11  आसमान मगन हो, धरती आनंद मनाए,समुंदर और उसमें जो भी है, खुशी से गरजें।+ 12  मैदान और उनमें जो भी है, खुशियाँ मनाएँ।+ जंगल के सारे पेड़ भी खुशी से जयजयकार करें,+ 13  यहोवा के सामने जयजयकार करें क्योंकि वह आ रहा है,*धरती का न्याय करने आ रहा है। वह सारे जगत* का न्याय नेकी से करेगा,+देश-देश के लोगों का न्याय सच्चाई से करेगा।+

कई फुटनोट

या “गरिमा।”
या शायद, “उसकी पवित्रता के वैभव की वजह से।”
या “की उपासना।”
या “उपजाऊ ज़मीन।”
या “की पैरवी।”
या “आ गया है।”
या “उपजाऊ ज़मीन।”