यशायाह 15:1-9

  • मोआब के खिलाफ संदेश (1-9)

15  मोआब के खिलाफ यह संदेश सुनाया गया:+ ‘मोआब का आर’ खामोश कर दिया जाएगा,क्योंकि एक ही रात में वह तबाह हो जाएगा।+ ‘मोआब का कीर’ खामोश कर दिया जाएगा,क्योंकि एक ही रात में वह तबाह हो जाएगा।+   वह मातम मनाने ऊपर मंदिर* में और दीबोन जाएगा,+ऊँची जगहों में जाकर फूट-फूटकर रोएगा, नबो और मेदबा+ के लिए मोआब शोक मनाएगा,+सबका सिर मूँड़ा जाएगा+ और सबकी दाढ़ी काटी जाएगी।+   उसकी गलियों में लोग टाट ओढ़े नज़र आएँगे, अपने घरों की छत पर और शहर के चौक में,वे ज़ोर-ज़ोर से रोएँगे और रोते-रोते ज़मीन पर गिर पड़ेंगे।+   हेशबोन और एलाले+ ज़ोर-ज़ोर से रोएँगे,उनकी आवाज़ दूर यहस+ तक सुनायी देगी। मोआब के सैनिक चिल्लाते रहेंगे,मोआब थर-थर काँप उठेगा।   मेरा दिल मोआब के लिए रो पड़ेगा। उसके भगोड़े दूर सोआर+ और एगलत-शलिशीयाह+ तक भाग जाएँगे। वे लूहीत की चढ़ाई पर चढ़ते हुए आँसू बहाएँगे,होरोनैम जाते हुए इस तबाही पर रोएँगे।+   क्योंकि निमरीम का सारा पानी सूख जाएगा,हरी-हरी घास झुलस जाएगी,सारी हरियाली खत्म हो जाएगी, कुछ नहीं बचेगा।   इसलिए लोग अपना बचा-खुचा सामान और दौलत समेटकर,पेड़ों* की घाटी के उस पार चले जाएँगे।   मोआब का चप्पा-चप्पा रोने के शोर से गूँज उठेगा,+ यह हाहाकार एगलैम तक सुनायी देगा,बेर-एलीम तक रोने-बिलखने की आवाज़ आएगी।   दीमोन की नदियाँ खून से लाल हो जाएँगी। मैं दीमोन पर एक और मुसीबत लाऊँगा: मोआब के जो लोग ज़िंदा बच निकलेंगेऔर जो देश में रह जाएँगे, उनके यहाँ एक शेर भेजूँगा।+

कई फुटनोट

शा., “घर।”
शा., “पहाड़ी पीपल।”