यशायाह 35:1-10

  • धरती फिर से सुंदर हो जाएगी (1-7)

    • अंधे देखेंगे; बहरे सुनेंगे (5)

  • छुड़ाए गए लोगों के लिए पवित्र मार्ग (8-10)

35  वीराना और सूखा मैदान खुशी से झूम उठेगा,+बंजर ज़मीन खुशियाँ मनाएगी, केसर के बाग की तरह खिल उठेगी।+   पूरे देश में बहार छा जाएगी,+देश खुशी के मारे झूम उठेगा, मगन होकर चिल्लाएगा। उसकी शान लबानोन की शान जैसी हो जाएगी,+उसकी खूबसूरती करमेल और शारोन जैसी दिखेगी।+ लोग यहोवा की महिमा देखेंगे, हमारे परमेश्‍वर का वैभव देखेंगे।   ढीले हाथों को मज़बूत करो,काँपते घुटनों को मज़बूती दो।+   जिनका मन घबरा रहा है उनसे कहो,“घबराओ मत! हिम्मत रखो। देखो! तुम्हारा परमेश्‍वर दुश्‍मनों से बदला लेने,उन्हें सज़ा देने आ रहा है,+वह ज़रूर आएगा और तुम्हें बचाएगा।”+   उस वक्‍त अंधों की आँखें खोली जाएँगी+और बहरों के कान खोले जाएँगे,+   लँगड़े, हिरन की तरह छलाँग भरेंगे+और गूँगों की ज़बान खुशी के मारे जयजयकार करेगी।+ वीराने में पानी की धाराएँ फूट निकलेंगीऔर बंजर ज़मीन में नदियाँ उमड़ पड़ेंगी।   झुलसी हुई ज़मीन, नरकटोंवाला तालाब बन जाएगी,प्यासी धरती से पानी के सोते फूट पड़ेंगे।+ जिन माँदों में गीदड़ रहा करते थे,+वहाँ हरी-हरी घास, नरकट और सरकंडे उग आएँगे।   एक राजमार्ग तैयार किया जाएगा,+हाँ, ऐसा मार्ग जो पवित्र मार्ग कहलाएगा। कोई अशुद्ध इंसान उस पर नहीं चलेगा,+यह सिर्फ उनके लिए होगा, जिनके लिए यह बनाया गया है,मूर्ख उस पर पैर भी नहीं रख सकेगा।   वहाँ न शेर, न खूँखार जंगली जानवर घूमेंगे,वे उस राह पर नज़र भी नहीं आएँगे।+ जिन लोगों को कीमत देकर छुड़ाया गया है,सिर्फ वे उस राह पर चलेंगे।+ 10  यहोवा जिन्हें छुड़ाएगा वे जयजयकार करते हुए सिय्योन लौटेंगे,+कभी न मिटनेवाली खुशी उनके सिर का ताज होगी।+ वे इतने मगन होंगे, इतनी खुशियाँ मनाएँगेकि दुख और मातम उनके सामने से भाग खड़े होंगे।+

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