रूत 4:1-22

  • बोअज़ छुड़ानेवाला बना (1-12)

  • बोअज़ और रूत के बेटे ओबेद का जन्म (13-17)

  • दाविद की वंशावली (18-22)

4  बोअज़ शहर के फाटक पर गया+ और वहीं बैठा रहा। तभी वह छुड़ानेवाला वहाँ से गुज़रा, जिसका ज़िक्र उसने रूत से किया था।+ बोअज़ ने उस आदमी* को बुलाया, “ज़रा इधर आकर बैठ।” वह आदमी उसके पास आकर बैठ गया।  तब बोअज़ ने शहर के दस मुखियाओं+ को इकट्ठा किया और उनसे कहा, “यहाँ आओ और बैठो।” वे सब बैठ गए।  अब बोअज़ ने उस छुड़ानेवाले+ से कहा, “नाओमी मोआब के इलाके से वापस आ गयी है+ और उसे हमारे भाई एलीमेलेक+ की ज़मीन बेचनी पड़ रही है।  मैंने सोचा कि तुझे यह बात शहर के निवासियों और मेरे लोगों के मुखियाओं के सामने बता दूँ क्योंकि उस ज़मीन को खरीदने का पहला हक तेरा बनता है।+ इसलिए अगर तू चाहे तो वह ज़मीन छुड़ा सकता है। लेकिन अगर तू नहीं छुड़ाएगा, तो मुझे बता क्योंकि तेरे बाद छुड़ाने का हक मेरा है।” उस आदमी ने कहा, “मैं उसे छुड़ाने के लिए तैयार हूँ।”+  तब बोअज़ ने कहा, “मगर तुझे यह ज़मीन सिर्फ नाओमी से नहीं बल्कि उसके बेटे की विधवा मोआबी रूत से भी खरीदनी होगी। इस तरह ज़मीन पर उस मरे हुए आदमी का नाम बना रहेगा।”+  इस पर उस छुड़ानेवाले ने कहा, “मैं यह ज़मीन नहीं छुड़ा सकता, कहीं ऐसा न हो कि मुझे नुकसान उठाना पड़े।* नहीं, मैं उसे नहीं छुड़ाऊँगा। मेरा हक तू ले ले और उसे छुड़ा ले।”  उन दिनों इसराएल में यह दस्तूर था कि जब एक आदमी छुड़ाने का अपना हक किसी दूसरे को दे देता था, तो उसे सबके सामने अपनी एक जूती उतारकर+ उस दूसरे आदमी को देनी होती थी। इसराएल में ऐसे मामले को कानूनी तौर पर पक्का करने का यही तरीका था।  इसलिए जब उस छुड़ानेवाले ने बोअज़ से कहा कि तू ही यह ज़मीन खरीद ले, तो उसने अपनी जूती उतार दी।  तब बोअज़ ने मुखियाओं और सब लोगों के सामने कहा, “आज तुम लोग इस बात के गवाह हो+ कि जो कुछ एलीमेलेक, किलयोन और महलोन का है उसे मैं नाओमी से खरीद रहा हूँ। 10  साथ ही, मैं महलोन की विधवा मोआबी रूत को भी अपनी पत्नी बनाता हूँ ताकि उस मरे हुए आदमी की ज़मीन पर उसका नाम बना रहे।+ और उसका नाम अपने भाइयों और शहर के लोगों के बीच से* मिट न जाए। आज तुम सब इस बात के गवाह हो।”+ 11  तब शहर के फाटक पर मौजूद सब लोगों और मुखियाओं ने कहा, “हाँ, हम इस बात के गवाह हैं। तेरे घर आनेवाली इस औरत को यहोवा आशीष दे। वह राहेल और लिआ की तरह फले-फूले, जिनसे इसराएल का पूरा घराना निकला।+ एप्राता+ में तेरी खूब तरक्की हो और बेतलेहेम+ में तेरा एक अच्छा नाम हो। 12  इस औरत से यहोवा तुझे जो बच्चा दे,+ उससे तेरा घराना पेरेस के घराने जैसा बन जाए,+ जो यहूदा और तामार का बेटा था।” 13  तब बोअज़ ने रूत को अपनी पत्नी बनाया और उसके साथ संबंध रखे। यहोवा की आशीष से रूत गर्भवती हुई और उसने एक बेटे को जन्म दिया। 14  तब औरतों ने नाओमी से कहा, “यहोवा की बड़ाई हो जिसने तुझे बेसहारा नहीं छोड़ा बल्कि एक छुड़ानेवाले को भेजा। इसराएल में इस बच्चे का बड़ा नाम हो। 15  उसने* तुझे एक नयी ज़िंदगी दी है, वह तेरे बुढ़ापे का सहारा होगा। आखिर वह तेरी उस बहू का बेटा है जो तुझसे बेहद प्यार करती है+ और सात बेटों से भी बढ़कर है।” 16  नाओमी ने अपने पोते को सीने से लगाया और उसे पाला-पोसा।* 17  आस-पड़ोस की औरतें कहने लगीं, “नाओमी को एक बेटा हुआ है।” उन्होंने बच्चे का नाम ओबेद रखा।+ ओबेद, यिशै+ का पिता और दाविद का दादा था। 18  पेरेस की यह वंशावली है:+ पेरेस से हेसरोन पैदा हुआ,+ 19  हेसरोन से राम, राम से अम्मीनादाब,+ 20  अम्मीनादाब+ से नहशोन, नहशोन से सलमोन, 21  सलमोन से बोअज़, बोअज़ से ओबेद, 22  ओबेद से यिशै+ और यिशै से दाविद पैदा हुआ।+

कई फुटनोट

उस आदमी का नाम नहीं दिया गया है।
शा., “मेरी अपनी विरासत को नुकसान पहुँचे।”
या “उसके शहर के फाटक से।”
यानी नाओमी का पोता।
या “उसकी धाई बन गयी।”