पहला इतिहास 4:1-43

  • यहूदा के दूसरे वंशज (1-23)

    • याबेस और उसकी प्रार्थना (9, 10)

  • शिमोन के वंशज (24-43)

4  यहूदा के बेटे थे पेरेस,+ हेसरोन,+ करमी, हूर+ और शोबाल।+  शोबाल का बेटा रायाह था और रायाह का बेटा यहत। यहत के बेटे थे अहूमै और लहद। ये सोराई घराने थे।+  एताम+ के पिता के बेटे थे: यिजरेल, यिश्‍मा और यिदबाश (और उनकी बहन का नाम हसलेल-पोनी था)  और पनूएल, गदोर का पिता था और एजेर, हूशा का पिता था। ये हूर+ के बेटे थे जो एप्राता का पहलौठा था और बेतलेहेम+ का पिता था।  तकोआ+ के पिता अशहूर+ की दो पत्नियाँ थीं, हेला और नारा।  नारा से अशहूर के ये बेटे हुए: अहुज्जाम, हेपेर, तेमनी और हाहशतारी। ये नारा के बेटे थे।  हेला के बेटे थे सेरेत, यिसहार और एतनान।  कोस, आनूब और सोबेबा का और हारूम के बेटे अहरहेल के घरानों का पिता था।  याबेस ने अपने भाइयों से ज़्यादा सम्मान पाया और उसकी माँ ने यह कहकर उसका नाम याबेस* रखा, “मैंने बहुत दर्द झेलकर इसे जन्म दिया है।” 10  याबेस ने इसराएल के परमेश्‍वर से यह प्रार्थना की थी: “हे परमेश्‍वर, मुझे आशीष दे और मेरी सरहद बढ़ा दे। तेरा हाथ मुझ पर हो और मुझे मुसीबतों से बचाए रखे ताकि मुझे कोई खतरा न हो!” इसलिए परमेश्‍वर ने उसकी खातिर वही किया जो उसने माँगा था। 11  शूहा के भाई कलूब का बेटा महीर था। महीर का बेटा एशतोन था। 12  एशतोन बेत-रापा, पासेह और तहिन्‍ना का पिता था और तहिन्‍ना, ईर-नाहाश का पिता था। ये रेका के आदमी थे। 13  कनज के बेटे थे ओत्नीएल+ और सरायाह। ओत्नीएल का बेटा था* हतत। 14  मोनोतै का बेटा ओप्रा था। सरायाह का बेटा योआब था। और योआब, गेहराशीम* के निवासियों का पिता था। यह नाम इसलिए पड़ा क्योंकि वे लोग कारीगर थे। 15  यपुन्‍ने के बेटे कालेब+ के बेटे थे ईरू, एलाह और नाअम। एलाह का बेटा था* कनज। 16  यहल्ले-लेल के बेटे थे ज़ीफ, जीपा, तीरया और असरेल। 17  एजराह के बेटे थे येतेर, मेरेद, एपेर और यालोन। वह* गर्भवती हुई और उसने मिरयम, शम्मै और यिशबह को जन्म दिया जो एश्‍तमोआ का पिता था। 18  (उसकी यहूदी पत्नी ने येरेद, हेबेर और यकूतीएल को जन्म दिया। येरेद गदोर का पिता था, हेबेर सोको का पिता था और यकूतीएल जानोह का पिता था।) ये फिरौन की बेटी बित्या के बेटे थे जिससे मेरेद ने शादी की थी। 19  नहम की बहन यानी होदियाह की पत्नी के बेटे, गेरेमी कीला और माकाती एश्‍तमोआ के पिता थे। 20  और शीमोन के बेटे थे अम्नोन, रिन्‍ना, बेन-हानान और तीलोन। यिशी के बेटे जोहेत और बेन-जोहेत थे। 21  यहूदा के बेटे शेलह के बेटे+ ये थे: एर जो लेका का पिता था, लादा जो मारेशाह का पिता था, अशबेआ के घराने के परिवार जो बेहतरीन कपड़े तैयार करने का काम करते थे, 22  योकीम, कोजेबा के आदमी, योआश और सराप जिन्होंने मोआबी औरतों से शादी की थी और याशूब-लेहेम। ये पुराने ज़माने के दस्तावेज़ हैं।* 23  ये कुम्हार थे जो नताईम और गदेरा में रहते थे। वे वहाँ रहकर राजा के लिए काम करते थे। 24  शिमोन के बेटे थे+ नमूएल, यामीन, यारीब, जेरह और शौल।+ 25  शौल का बेटा शल्लूम था, शल्लूम का मिबसाम और मिबसाम का बेटा मिशमा था। 26  मिशमा के बेटे थे: उसका बेटा हम्मूएल, हम्मूएल का जक्कूर और जक्कूर का बेटा शिमी। 27  शिमी के 16 बेटे और 6 बेटियाँ थीं। मगर उसके भाइयों के ज़्यादा बेटे नहीं थे और उनके किसी भी घराने में इतने ज़्यादा आदमी नहीं थे जितने यहूदा के आदमी थे।+ 28  वे इन जगहों में रहते थे: बेरशेबा,+ मोलादा,+ हसर-शूआल,+ 29  बिल्हा, एसेम,+ तोलाद, 30  बतूएल,+ होरमा,+ सिकलग,+ 31  बेत-मरकाबोत, हसर-सूसीम,+ बेत-बिरी और शारैम। दाविद के राज तक ये शहर उनके थे। 32  उनकी बस्तियाँ थीं एताम, ऐन, रिम्मोन, तोकेन और आशान,+ यानी पाँच शहर, 33  साथ ही दूर बाल तक की वे बस्तियाँ जो इन शहरों के आस-पास थीं। ये उनकी वंशावलियाँ और उन जगहों के नाम हैं जहाँ वे रहते थे। 34  और मशोबाब, यम्लेक, योशा जो अमज्याह का बेटा था, 35  योएल, येहू जो योशिब्याह का बेटा, सरायाह का पोता और असीएल का परपोता था, 36  एल्योएनै, याकोबा, यशोहायाह, असायाह, अदीएल, यसीमीएल, बनायाह, 37  और ज़ीज़ा जो शिपी का बेटा था, शिपी अल्लोन का, अल्लोन यदायाह का, यदायाह शिम्री का और शिम्री शमायाह का बेटा था। 38  ये उनके नाम हैं जो अपने-अपने घराने के प्रधान थे। उनके पुरखों के घराने के लोगों की तादाद बहुत बढ़ गयी थी। 39  वे अपनी भेड़-बकरियों के झुंडों के लिए चरागाहों की तलाश में गदोर के फाटक तक पहुँच गए जो घाटी के पूरब में था। 40  आखिरकार उन्हें बहुत अच्छे और हरे-भरे चरागाह मिले। वह काफी बड़ा और शांत इलाका था और वहाँ कोई खतरा नहीं था। वहाँ पहले हाम के वंशज रहते थे।+ 41  ये लोग, जिनके नामों की सूची दी गयी है, यहूदा के राजा हिजकियाह+ के दिनों में वहाँ गए और उन्होंने वहाँ रहनेवाले हाम के वंशजों और मऊनी लोगों के तंबू नाश कर दिए। उन्होंने उनको मिटा दिया जिसका सबूत आज भी देखा जा सकता है और वे उनकी जगह बस गए क्योंकि उनके झुंडों के लिए वहाँ चरागाह थे। 42  कुछ शिमोनी आदमी, जिनकी गिनती 500 थी, पलत्याह, नारयाह, रपायाह और उज्जीएल के साथ सेईर पहाड़+ पर गए। यिशी के इन बेटों ने उन 500 आदमियों की अगुवाई की थी। 43  उन्होंने वहाँ उन अमालेकियों+ को मार डाला जो बच निकले थे। वे आज तक वहीं बसे हुए हैं।

कई फुटनोट

नाम याबेस शायद उस इब्रानी शब्द से संबंध रखता है जिसका मतलब “दर्द” है।
शा., “के बेटे थे।”
मतलब “कारीगरों की घाटी।”
शा., “के बेटे थे।”
यह शायद आय. 18 में बतायी बित्या है।
या “ये पुरानी परंपरा की बातें हैं।”