पहला इतिहास 7:1-40

  • इस्साकार के वंशज (1-5), बिन्यामीन के वंशज (6-12), नप्ताली के वंशज (13), मनश्‍शे के वंशज (14-19), एप्रैम के वंशज (20-29) और आशेर के वंशज (30-40)

7  इस्साकार के चार बेटे थे तोला, पूआ, याशूब और शिमरोन।+  तोला के बेटे थे उज्जी, रपायाह, यरीएल, यहमै, यिबसाम और शिमूएल। ये सब अपने पिताओं के घराने के मुखिया थे। तोला के वंशज वीर योद्धा थे और दाविद के दिनों में उनकी गिनती 22,600 थी।  उज्जी के वंशज* थे यिज्रयाह और यिज्रयाह के बेटे मीकाएल, ओबद्याह, योएल और यिश्‍शायाह। ये पाँचों प्रधान थे।  उनके पिताओं के घरानों की वंशावली के मुताबिक उनकी सेना में 36,000 सैनिक थे क्योंकि उनकी बहुत-सी पत्नियाँ और बहुत-से बेटे थे।  इस्साकार के सभी घरानों के आदमी वीर योद्धा थे और वंशावली में उनकी गिनती 87,000 थी।+  बिन्यामीन के तीन बेटे थे+ बेला,+ बेकेर+ और यदीएल।+  बेला के पाँच बेटे थे एसबोन, उज्जी, उज्जीएल, यरीमोत और ईरी। वे अपने-अपने घराने के मुखिया थे और वीर योद्धा थे और उनकी वंशावली में उनकी गिनती 22,034 थी।+  बेकेर के बेटे थे जमीरा, योआश, एलीएज़ेर, एल्योएनै, ओम्री, यरेमोत, अबियाह, अनातोत और आलेमेत। ये सब बेकेर के बेटे थे।  जिन वंशजों के नाम वंशावली में लिखे गए थे यानी वे जो पिताओं के घरानों के मुखिया थे, उनकी गिनती 20,200 थी। 10  यदीएल+ के बेटे थे बिलहान और बिलहान के बेटे यूश, बिन्यामीन, एहूद, कनाना, जेतान, तरशीश और अहीशहर। 11  ये सब यदीएल के बेटे और अपने-अपने पिता के घराने के मुखिया थे। उनके 17,200 वीर योद्धा सेना के साथ युद्ध में जाने के लिए तैयार रहते थे। 12  शुप्पीम और हुप्पीम लोग ईर+ के बेटे थे और हूशी लोग अहेर के बेटे थे। 13  नप्ताली के बेटे थे+ यहसीएल, गूनी, येसेर और शल्लूम। ये सब बिल्हा के वंशज* थे।+ 14  मनश्‍शे+ के बेटे ये थे: असरीएल जो उसकी सीरियाई उप-पत्नी से पैदा हुआ था। (उसने माकीर को भी जन्म दिया जो गिलाद का पिता था।+ 15  माकीर ने हुप्पीम और शुप्पीम की शादी करवायी, जिसकी बहन का नाम माका था।) दूसरे का नाम सलोफाद+ था, मगर सलोफाद की सिर्फ बेटियाँ थीं।+ 16  माकीर की पत्नी माका ने एक बेटे को जन्म दिया जिसका नाम उसने पेरेश रखा। पेरेश के भाई का नाम शेरेश था और शेरेश के बेटे थे ऊलाम और रेकेम। 17  ऊलाम का बेटा था* बदान। ये सभी गिलाद के बेटे थे, जो माकीर का बेटा और मनश्‍शे का पोता था। 18  गिलाद की बहन हम्मोलेकेत थी। उसने ईशहोद, अबीएजेर और महला को जन्म दिया। 19  शमीदा के बेटे थे अहयान, शेकेम, लिकही और अनीआम। 20  एप्रैम के बेटे + ये थे: शूतेलह,+ शूतेलह का बेटा बेरेद, बेरेद का ताहत, ताहत का एलादा, एलादा का ताहत, 21  ताहत का जाबाद और जाबाद का बेटा शूतेलह। एजेर और एलाद भी एप्रैम के बेटे थे। गत+ के आदमियों ने, जो उस इलाके में पैदा हुए थे, उन दोनों को मार डाला क्योंकि वे एप्रैमियों के मवेशियों को चुराने नीचे गए थे। 22  उनका पिता एप्रैम कई दिनों तक मातम मनाता रहा और उसके भाई उसके पास आकर उसे दिलासा देते रहे। 23  बाद में एप्रैम ने अपनी पत्नी के साथ संबंध रखे और वह गर्भवती हुई और उसने एक बेटे को जन्म दिया। मगर एप्रैम ने उसका नाम बरीआ* रखा क्योंकि उसकी पत्नी ने ऐसे वक्‍त पर बेटे को जन्म दिया जब उसके घराने पर मुसीबत टूट पड़ी थी। 24  उसकी बेटी शेरा थी जिसने निचले+ और ऊपरी बेत-होरोन+ को और उज्जेन-शेरा को बनाया था। 25  उसके बेटे थे रेपा और रेशेप, रेशेप का बेटा था तेलह, तेलह का तहन, 26  तहन का लादान, लादान का अम्मीहूद, अम्मीहूद का एलीशामा, 27  एलीशामा का नून और नून का बेटा यहोशू* था।+ 28  उनकी जागीर और बस्तियाँ ये थीं: बेतेल+ और उसके आस-पास के नगर, पूरब में नारान, पश्‍चिम में गेजेर और उसके आस-पास के नगर, शेकेम और उसके आस-पास के नगर, दूर अय्याह* और उसके आस-पास के नगर, 29  मनश्‍शे के वंशजों के इलाके के पास बेत-शआन+ और उसके आस-पास के नगर, तानाक+ और उसके आस-पास के नगर, मगिद्दो+ और उसके आस-पास के नगर और दोर+ और उसके आस-पास के नगर। इन इलाकों में इसराएल के बेटे यूसुफ के वंशज रहते थे। 30  आशेर के बेटे थे यिम्नाह, यिश्‍वा, यिश्‍वी और बरीआ।+ उनकी बहन थी सेरह।+ 31  बरीआ के बेटे थे हेबेर और मलकीएल और मलकीएल बिरजोत का पिता था। 32  हेबेर के बेटे थे यपलेत, शोमेर और होताम। उनकी बहन शूआ थी। 33  यपलेत के बेटे थे पासक, बिमहाल और अश्‍वात। ये यपलेत के बेटे थे। 34  शेमेर* के बेटे थे अही, रोहगा, यहुब्बा और अराम। 35  उसके भाई हेलेम* के बेटे थे सोपह, यिम्ना, शेलेश और आमाल। 36  सोपह के बेटे थे सूह, हरनेपेर, शूआल, बेरी, इमरा, 37  बेसेर, होद, शम्मा, शिलशा, यित्रान और बीरा। 38  येतेर के बेटे थे यपुन्‍ने, पिस्पा और अरा। 39  उल्ला के बेटे थे आरह, हन्‍नीएल और रिस्या। 40  ये सब आशेर के बेटे थे। वे अपने-अपने पिता के घराने के मुखिया थे। वे खास आदमी और वीर योद्धा थे और सेनापतियों के मुखिया थे। वंशावली के मुताबिक+ उनकी 26,000 आदमियों की सेना थी+ जो युद्ध के लिए तैयार रहती थी।

कई फुटनोट

शा., “बेटे।”
शा., “बेटे।”
शा., “के बेटे थे।”
मतलब “मुसीबत के साथ।”
या “यहोशुआ” जिसका मतलब है, “यहोवा उद्धार है।”
या शायद, “गाज़ा” मगर पलिश्‍त का गाज़ा नहीं।
आय. 32 में इसका दूसरा नाम शोमेर है।
यह शायद आय. 32 में बताया “होताम” है।