“लड़के को शिक्षा उसी मार्ग की दे जिसमें उसको चलना चाहिए”
नीतिवचन में माता-पिताओं के लिए बढ़िया सलाह दी गयी है। अगर छुटपन से ही वे बच्चों को सिखाएँ, तो मुमकिन है कि बड़े होकर बच्चों का झुकाव यहोवा की सेवा की तरफ होगा, ठीक जैसे पौधे की नयी टहनी को जिस दिशा में मोड़ा जाता है, वह उसी दिशा में बढ़ता है।
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बच्चों को अच्छी तरह सिखाने में बहुत वक्त और मेहनत लगती है
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माता-पिताओं को चाहिए कि वे बच्चों को हिदायतें दें, समझाएँ, उनका हौसला बढ़ाएँ, उन्हें अनुशासन दें और खुद भी एक अच्छी मिसाल रखें
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अनुशासन का मतलब है, प्यार से बच्चों की सोच सुधारना
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बच्चों को अलग-अलग तरह से अनुशासन देना पड़ता है