29 अक्टूबर–4 नवंबर
यूहन्ना 18-19
गीत 32 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“यीशु ने सच्चाई की गवाही दी”: (10 मि.)
यूह 18:36—सच्चाई मसीहा के राज के बारे में है
यूह 18:37—यीशु ने परमेश्वर के मकसद के बारे में सच्चाई सिखायी (“गवाही दूँ,” “सच्चाई” अ.बाइ. यूह 18:37 अध्ययन नोट)
यूह 18:38क—पीलातुस आम सच्चाई के बारे में सोचकर शायद यीशु का मज़ाक उड़ा रहा था (“सच्चाई क्या है?” अ.बाइ. यूह 18:38क अध्ययन नोट)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
यूह 19:30—यीशु ने दम तोड़ने से पहले “पूरा हुआ” क्यों कहा? (प्र10 8/15 पेज 11 पै 15)
यूह 19:31—इस बात का क्या सबूत है कि यीशु की मौत ईसवी सन् 33 के नीसान 14 को हुई? (“यह बड़ा सब्त था” अ.बाइ. यूह 19:31 अध्ययन नोट)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) यूह 18:1-14
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
तीसरी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। फिर व्यक्ति को jw.org दिखाइए।
चौथी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) कोई आयत चुनिए और आखिर में एक सवाल कीजिए, ताकि आप अगली बार बात कर सकें।
बाइबल अध्ययन: (6 मि. या उससे कम) खुशखबरी पाठ 14 पै 6-7
जीएँ मसीहियों की तरह
गीत 2
“प्यार सच्चे मसीहियों की पहचान है—सच्चाई से खुशी पाइए”: (15 मि.) चर्चा। ‘तुम्हारे बीच प्यार हो’—बुराई से नहीं, सच्चाई से खुशी पाइए नाम का वीडियो दिखाइए। समय बचे तो इस बक्स पर चर्चा कीजिए: “बाइबल के इस वाकए पर मनन कीजिए।”
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) विश्वास की मिसाल अध्या 19 पै 17-31, यूसुफ की मौत कब हुई? नाम का बक्स और “मनन के लिए सवाल”
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 42 और प्रार्थना