29 अगस्त–4 सितंबर
भजन 110-118
गीत 29 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“यहोवा के उपकारों का बदला मैं कैसे चुकाऊँ?”: (10 मि.)
भज 116:3, 4, 8—यहोवा ने इस भजन के लिखनेवाले को मौत के मुँह से बचाया (प्र87 4/1 पेज 26 पै 5)
भज 116:12—इस भजन का लिखनेवाला यहोवा के लिए अपनी एहसानमंदी ज़ाहिर करना चाहता था (प्र09 7/15 पेज 29 पै 4-5; प्र98 12/1 पेज 24 पै 3)
भज 116:13, 14, 17, 18—इस भजन के लिखनेवाले ने ठान लिया था कि यहोवा का सेवक होने के नाते वह अपनी सारी ज़िम्मेदारियाँ पूरी करेगा (प्र10 4/15 पेज 27, बक्स)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
भज 110:4—इस आयत में यहोवा ने जो “शपथ” खाई थी, उसका क्या मतलब है? (प्र14 10/15 पेज 11 पै 15-17; प्र06 9/1 पेज 18 पै 7)
भज 116:15—अंत्येष्टि भाषण के दौरान यह आयत उस पर क्यों लागू नहीं की जानी चाहिए, जिसकी मौत हुई है? (प्र12 5/15 पेज 22 पै 2)
इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय थे, उनसे यहोवा के बारे में मैंने क्या सीखा?
इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय थे, उनमें से कौन-सी बातें मैं प्रचार करते वक्त ध्यान में रख सकता हूँ?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) भज 110:1–111:10
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (2 मि. या उससे कम) जीवित रहिए पेज 16—अगली मुलाकात के लिए नींव डालिए।
अगली मुलाकात: (4 मि. या उससे कम) जीवित रहिए पेज 17—अगली मुलाकात के लिए नींव डालिए।
बाइबल अध्ययन: (6 मि. या उससे कम) बाइबल सिखाती है पेज 179-180 पै 17-19—विद्यार्थी को समझाइए कि वह यह जानकारी कैसे लागू कर सकता है।
जीएँ मसीहियों की तरह
गीत 21
“सच्चाई सिखाइए”: (7 मि.) चर्चा।
मंडली की ज़रूरतें: (8 मि.)
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) यहोवा के करीब अध्या 7 पै 1-8
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 144 और प्रार्थना
ध्यान रखिए: गीत गाने से पहले एक बार धुन को बजाइए।