जीएँ मसीहियों की तरह
सच्चाई सिखाइए
सितंबर महीने से मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका में प्रकाशन देने का एक नया तरीका बताया जाएगा, जिसका शीर्षक होगा “सच्चाई सिखाइए।” हमारा मकसद होगा कि हम लोगों से एक सवाल करके और एक आयत पढ़कर उन्हें बाइबल की एक सच्चाई के बारे में बताएँ।
अगर हमें लगे कि उस व्यक्ति को हमारा संदेश अच्छा लगा, तो हम उससे अगली मुलाकात करने के लिए उसे कोई प्रकाशन दे सकते हैं या jw.org से एक वीडियो दिखा सकते हैं। अपनी चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए हमें उससे कुछ ही दिनों में दोबारा मिलने जाना चाहिए। यह पेशकश एक नयी किताब पर आधारित होगी, जिसका नाम है बाइबल हमें क्या सिखाती है? जो कि बाइबल असल में क्या सिखाती है? किताब का सरल रूप है (फिलहाल हिंदी में उपलब्ध नहीं है)। इस नयी किताब के हर अध्याय के आखिर में “आपने क्या सीखा?” नाम का एक भाग है। अब से प्रकाशन देने की एक पेशकश और कुछ विद्यार्थी भाग इसी पर आधारित होंगे। बाइबल सिखाती है किताब में कुछ जानकारी और आयतें दी गयी हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम लोगों से दोबारा मुलाकात कर सकते हैं या फिर सिर्फ बाइबल का इस्तेमाल करके अध्ययन कर सकते हैं।
जीवन की तरफ ले जानेवाला रास्ता सिर्फ एक है। (मत 7:13, 14) हम हर तरह के तबके और अलग-अलग धर्म के लोगों से बात करते हैं, इसलिए हमें उन्हें बाइबल की वे सच्चाइयाँ बतानी चाहिए, जो उन्हें अच्छी लगें। (1ती 2:4) जब हम बाइबल के अलग-अलग विषयों पर अच्छी तरह बातचीत करना सीख जाते हैं और ‘सच्चाई के वचन को सही तरह से इस्तेमाल करने’ में माहिर हो जाते हैं, तो हमारी खुशी बढ़ जाती है और हम असरदार तरीके से दूसरों को सच्चाई सिखा पाते हैं।—2ती 2:15.