13-19 अगस्त
लूका 19-20
गीत 150 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“दस मीना चाँदी की मिसाल से मिलनेवाली सीख”: (10 मि.)
लूक 19:12, 13—‘शाही खानदान का एक आदमी’ अपने दासों से कहता है कि उसके वापस आने तक वे व्यापार करें (जीज़स द वे पेज 232 पै 2-4)
लूक 19:16-19—वफादार दासों में एक-जैसी काबिलीयत नहीं थी, लेकिन उन सबने इनाम पाया (जीज़स द वे पेज 232 पै 7)
लूक 19:20-24—दुष्ट दास ने काम नहीं किया, इसलिए उसे नुकसान उठाना पड़ा (जीज़स द वे पेज 233 पै 1)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
लूक 19:43—यीशु की यह बात कैसे पूरी हुई? (“नुकीले लट्ठों से घेराबंदी कर लेंगे” अ.बाइ. लूक 19:43 अध्ययन नोट)
लूक 20:38—यीशु की इस बात से हमारा भरोसा कैसे बढ़ता है कि मरे हुए लोग ज़िंदा होंगे? (“इसलिए कि वे सब उसकी नज़र में ज़िंदा हैं” अ.बाइ. लूक 20:38 अध्ययन नोट)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) लूक 19:11-27
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (2 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव आज़माइए।
दूसरी मुलाकात का वीडियो: (5 मि.) वीडियो दिखाइए और चर्चा कीजिए।
भाषण: (6 मि. या उससे कम) प्र14 8/15 पेज 29-30—विषय: क्या लूका 20:34-36 में यीशु उन लोगों की बात कर रहा था जो धरती पर ज़िंदा होंगे?
जीएँ मसीहियों की तरह
गीत 45
“प्रचार में अपना हुनर बढ़ाइए—JW.ORG पर जानकारी ढूँढ़ना सीखिए”: (15 मि.) चर्चा। वीडियो दिखाइए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) विश्वास की मिसाल अध्या 14 पै 1-13
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 21 और प्रार्थना