20-26 अगस्त
लूका 21-22
गीत 151 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
‘तुम्हारे छुटकारे का वक्त पास आ रहा है’: (10 मि.)
लूक 21:25—महा-संकट के दौरान दिल-दहलानेवाली घटनाएँ होंगी (राज किताब पेज 226 पै 9)
लूक 21:26—यहोवा के दुश्मन बुरी तरह डर जाएँगे
लूक 21:27, 28—यीशु जब आएगा, तो वफादार लोगों को छुटकारा दिलाएगा (प्र16.01 पेज 10-11 पै 17; प्र15 7/15 पेज 17-18 पै 13)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
लूक 21:33—यीशु के इन शब्दों का क्या मतलब हो सकता है? (“आकाश और पृथ्वी मिट जाएँगे,” “मेरे शब्द कभी नहीं मिटेंगे” अ.बाइ. लूक 21:33 अध्ययन नोट)
लूक 22:28-30—यीशु ने कौन-सा करार किया, किसके साथ किया और इस करार से क्या मुमकिन होता है? (प्र14 10/15 पेज 16-17 पै 15-16)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) लूक 22:35-53
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (2 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। व्यक्ति सुनना नहीं चाहता इसलिए ऐसी बात कहता है, जो अकसर आपके यहाँ लोग कहते हैं। यह रुकावट पार कीजिए।
दूसरी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। व्यक्ति कहता है कि उसके पास समय नहीं है। इस रुकावट को पार कीजिए।
तीसरी मुलाकात का वीडियो: (5 मि.) वीडियो चलाइए और चर्चा कीजिए।
जीएँ मसीहियों की तरह
गीत 26
मंडली की ज़रूरतें: (15 मि.)
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) विश्वास की मिसाल अध्या 14 पै 14-22 और “मनन के लिए सवाल”
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 35 और प्रार्थना