23-29 अप्रैल
मरकुस 3-4
गीत 143 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“सब्त के दिन चंगाई”: (10 मि.)
मर 3:1, 2—यहूदी धर्म-गुरु यीशु पर दोष लगाने के लिए बहाना ढूँढ़ रहे थे (जीज़स द वे पेज 78 पै 1-2)
मर 3:3, 4—यीशु जानता था कि उन्होंने सब्त के दिन के लिए ऐसे सख्त नियम बना दिए थे, जो शास्त्र पर आधारित नहीं थे (जीज़स द वे पेज 78 पै 3)
मर 3:5—यीशु ‘उनके दिलों की कठोरता देखकर बहुत दुखी हुआ’ (“बहुत दुखी हुआ और उसने गुस्से से भरकर” अ.बाइ. मर 3:5 अध्ययन नोट)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
मर 3:29—पवित्र शक्ति के खिलाफ निंदा की बातें कहने का मतलब क्या है और ऐसा करने का अंजाम क्या होता है? (“पवित्र शक्ति के खिलाफ निंदा की बातें कहेगा,” “वह ऐसे पाप का दोषी होगा जो कभी नहीं मिटेगा” अ.बाइ. मर 3:29 अध्ययन नोट)
मर 4:26-29—यीशु की इस मिसाल से हम क्या सीखते हैं? (प्र14 12/15 पेज 12-13 पै 6-8)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) मर 3:1-19क
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
तीसरी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव आज़माइए।
चौथी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) कोई आयत चुनिए और अध्ययन के लिए इस्तेमाल होनेवाला कोई प्रकाशन दीजिए।
बाइबल अध्ययन: (6 मि. या उससे कम) सिखाती है पेज 36 पै 21-22—इस तरह सिखाइए कि आपकी बात विद्यार्थी के दिल को छू जाए।
जीएँ मसीहियों की तरह
गीत 42
“कान लगाकर सुनो कि मैं क्या कह रहा हूँ”: (15 मि.) मरकुस 4:9 का मतलब समझाइए (“कान लगाकर सुनो कि मैं क्या कह रहा हूँ” अ.बाइ. मर 4:9 अध्ययन नोट)। सलाह कबूल कीजिए और बुद्धिमान बनिए नाम का वीडियो दिखाइए। फिर “खुद को परमेश्वर के प्यार के लायक बनाए रखो” किताब के अध्याय 4 के बक्स “सलाह को सुन और शिक्षा कबूल कर” में दी जानकारी पर चर्चा कीजिए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) विश्वास की मिसाल अध्या 6 पै 1-14
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 38 और प्रार्थना