9-15 अप्रैल
मत्ती 27-28
गीत 17 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“लोगों के पास जाएँ और उन्हें चेला बनाएँ—क्यों, कहाँ, कैसे?”: (10 मि.)
मत 28:18—यीशु को बहुत बड़ा अधिकार मिला है (प्र04 7/1 पेज 8 पै 4)
मत 28:19—यीशु ने पूरी दुनिया में प्रचार करने और सिखाने की आज्ञा दी (“सब राष्ट्रों के लोगों,” “चेला बनना सिखाओ” अ.बाइ. मत 28:19 अध्ययन नोट)
मत 28:20—हमें लोगों को उन सारी बातों पर चलना सिखाना है, जो यीशु ने सिखायीं (“उन्हें . . . सिखाओ” अ.बाइ. मत 28:20 अध्ययन नोट)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
मत 27:51—परदे का दो हिस्सों में फटना किस बात को दर्शाता है? (“मंदिर,” “परदा” अ.बाइ. मत 27:51 अध्ययन नोट)
मत 28:7—जो स्त्रियाँ यीशु की कब्र पर आयी थीं, उन्हें यहोवा के स्वर्गदूत ने गरिमा कैसे दी? (“उसके चेलों को बताओ कि उसे मरे हुओं में से ज़िंदा कर दिया गया है” अ.बाइ. मत 28:7 अध्ययन नोट)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) मत 27:38-54
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (2 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव आज़माइए।
दूसरी मुलाकात का वीडियो: (5 मि.) वीडियो दिखाइए और चर्चा कीजिए।
भाषण: (6 मि. या उससे कम) सज17 अंक2 पेज 14—विषय: क्या यीशु की मौत क्रूस पर हुई थी?
जीएँ मसीहियों की तरह
गीत 44
“प्रचार करना और सिखाना—चेला बनाने के लिए ज़रूरी”: (15 मि.) चर्चा। इस जानकारी पर चर्चा करने के लिए ये दोनों वीडियो दिखाइए: “बिना नागा” प्रचार कीजिए—मौका ढूँढ़कर और घर-घर जाकर और “बिना नागा” प्रचार कीजिए—सरेआम गवाही देकर और चेला बनाकर।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) विश्वास की मिसाल अध्या 5 पै 1-13
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 4 और प्रार्थना