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जीएँ मसीहियों की तरह

“झूठे देवताओं की जितनी भी मूर्तियाँ हैं, उन्हें निकालो”

“झूठे देवताओं की जितनी भी मूर्तियाँ हैं, उन्हें निकालो”

याकूब के ज़माने में यहोवा ने मूर्तिपूजा के खिलाफ कोई नियम नहीं दिया था। फिर भी याकूब अच्छी तरह जानता था कि सिर्फ यहोवा की उपासना की जानी चाहिए। (निर्ग 20:3-5) इस वजह से जब परमेश्‍वर ने उसे वापस बेतेल जाने को कहा, तब याकूब ने अपने घराने के लोगों को आज्ञा दी कि वे अपने बीच से सभी मूर्तियाँ निकाल दें। याकूब ने इन मूर्तियों और कान की बालियों को गाड़ दिया। उस ज़माने में बालियों को शायद तावीज़ की तरह पहना जाता था। (उत 35:1-4) याकूब ने जो किया उससे यहोवा ज़रूर खुश हुआ होगा।

हमें भी सिर्फ यहोवा की उपासना करनी चाहिए। ऐसा हम कैसे कर सकते हैं? हमें मूर्तिपूजा या जादू-टोने से जुड़ी कोई भी चीज़ अपने पास नहीं रखनी चाहिए। हमें इस बात की भी जाँच करनी चाहिए कि हम कैसा मनोरंजन करते हैं। हमें खुद से पूछना चाहिए, ‘क्या मैं ऐसी किताबें पढ़ता हूँ या फिल्में देखता हूँ जिनमें भूत-पिशाच दिखाए जाते हैं? क्या उनमें जादू, तंत्र-मंत्र या शाप देने को ऐसे मज़ेदार तरीके से पेश किया जाता है मानो उनमें कोई बुराई न हो?’ हमें ऐसा मनोरंजन नहीं करना चाहिए जिससे यहोवा नफरत करता है।—भज 97:10.

शैतान का विरोध करो  वीडियो देखिए। फिर यहाँ दिए सवालों के जवाब दीजिए:

  • पैलेसा नाम की एक बाइबल विद्यार्थी के सामने कौन-सी मुश्‍किल खड़ी हुई?

  • अगर आपका बाइबल विद्यार्थी दुष्ट स्वर्गदूतों से परेशान है, तो प्राचीनों से मदद माँगना क्यों अच्छा रहेगा?

  • शैतान का विरोध करो और यहोवा के करीब आओ।—याकू 4:7, 8

    अगर हम चाहते हैं कि यहोवा हमारी हिफाज़त करे, तो हमें किन चीज़ों को निकाल फेंकना होगा?

  • पैलेसा ने बिना देर किए क्या कदम उठाया?

  • जहाँ आप रहते हैं, वहाँ बुरी शक्‍तियों से बचने के लिए आप क्या कर सकते हैं?