जीएँ मसीहियों की तरह
अधिवेशन—प्यार का बंधन मज़बूत करने के मौके
हर साल जब हम अधिवेशन में जाते हैं, तो हमें बहुत खुशी होती है। पुराने ज़माने में जब इसराएली सालाना त्योहारों के लिए एक जगह इकट्ठा होते और साथ मिलकर यहोवा की उपासना करते थे, तो वे बहुत खुश होते थे। उसी तरह आज अधिवेशनों में सैकड़ों या हज़ारों भाई-बहनों के साथ मिलकर यहोवा की उपासना करने से हमें खुशी होती है। वहाँ हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। अधिवेशनों में हमें अपने दोस्तों और परिवारवालों के साथ समय बिताने का बढ़िया मौका मिलता है। वाकई अधिवेशन हमारे लिए बहुत खास होते हैं, इसलिए हमें तीनों दिन हाज़िर होने की कोशिश करनी चाहिए।
जब हम अधिवेशनों में होते हैं, तो हमें सिर्फ अपने फायदे की नहीं सोचना चाहिए। हमें अपने दूसरों के बारे में भी सोचना चाहिए। (गल 6:10; इब्र 10:24, 25) हम किसी भाई या बहन के लिए दरवाज़ा खोल सकते हैं और सिर्फ उतनी सीटें रख सकते हैं जितनी हमें ज़रूरत है। इस तरह के काम करके हम दूसरों का खयाल रख सकते हैं। (फिल 2:3, 4) अधिवेशनों में हमें नए दोस्त बनाने का भी मौका मिलता है। कार्यक्रम शुरू होने से पहले और खत्म होने के बाद और ब्रेक में हम किसी ऐसे व्यक्ति से बात कर सकते हैं जिसे हम नहीं जानते। (2कुर 6:13) अधिवेशनों में हमें ऐसे दोस्त मिल सकते हैं जो नयी दुनिया में भी हमारे साथ होंगे! जब बाहर के लोग देखेंगे कि हम कैसे सच्चे दिल से एक-दूसरे से प्यार करते हैं, तो हो सकता है वे भी हमारे साथ मिलकर यहोवा की उपासना करने का फैसला करें।—यूह 13:35.
“प्यार कभी नहीं मिटता”! अंतर्राष्ट्रीय अधिवेशन वीडियो देखिए। फिर सवालों के जवाब दीजिए।
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