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19-25 फरवरी

भजन 8-10

19-25 फरवरी

गीत 2 और प्रार्थना | सभा की एक झलक (1 मि.)

पाएँ बाइबल का खज़ाना

1. ‘हे यहोवा, मैं तेरी तारीफ करूँगा’!

(10 मि.)

यहोवा ने हमारी खुशी के लिए बहुत-सी चीज़ें दी हैं (भज 8:3-6; प्र21.08 पेज 3 पै 6)

इसलिए हम खुशी-खुशी उसकी तारीफ करते हैं। हम उसके लाजवाब कामों के बारे में दूसरों को बताकर ऐसा करते हैं (भज 9:1; प्र20.05 पेज 23 पै 10)

हम जोश से गीत गाकर भी उसकी तारीफ करते हैं (भज 9:2; प्र22.04 पेज 7 पै 13)

खुद से पूछिए: ‘मैं और किन तरीकों से यहोवा की तारीफ कर सकता हूँ?’

2. ढूँढ़ें अनमोल रत्न

(10 मि.)

  • भज 8:3​—जब लेखक ने कहा कि आसमान परमेश्‍वर की “हस्तकला” है, तो उसके कहने का मतलब क्या था? (इंसाइट-1 पेज 832)

  • इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय हैं, उनमें आपको क्या-क्या रत्न मिले?

3. पढ़ने के लिए आयतें

बढ़ाएँ प्रचार करने का हुनर

4. बातचीत शुरू करना

(3 मि.) घर-घर का प्रचार। सामनेवाला कहता है कि वह भगवान को नहीं मानता। (प्यार  पाठ 5 मुद्दा 4)

5. वापसी भेंट करना

(4 मि.) मौका ढूँढ़कर गवाही देना। पिछली मुलाकात में उस व्यक्‍ति ने कहा था कि वह भगवान को नहीं मानता। पर उसने यह भी कहा था कि वह उन सबूतों की जाँच करने के लिए तैयार है जिनसे पता चलता है कि एक सृष्टिकर्ता है। (जी-जान  गुण 7)

6. भाषण

(5 मि.) प्र21.06 पेज 6-7 पै 15-18​—विषय: अपने बाइबल विद्यार्थियों की मदद कीजिए ताकि वे यहोवा की तारीफ करें। (जी-जान  गुण 10)

जीएँ मसीहियों की तरह

गीत 10

7. मौका ढूँढ़कर गवाही देते वक्‍त स्वाभाविक तरीके से बात करें

(10 मि.) चर्चा।

यहोवा की और भी ज़्यादा तारीफ करने का एक तरीका है, उन लोगों को गवाही देना जिनसे हम रोज़मर्रा के काम करते हुए मिलते हैं। (भज 35:28) शायद पहले-पहले हम मौका ढूँढ़कर गवाही देने से घबराएँ। लेकिन अगर हम हड़बड़ी में गवाही देने के बजाय बातचीत शुरू करना और उसे जारी रखना सीखें, तो हम इसमें माहिर बन सकते हैं। यहाँ तक कि इसमें हमें मज़ा भी आने लग सकता है!

“शांति की खुशखबरी” सुनाने के लिए तैयार रहिए—बातचीत करने में पहल कीजिए  वीडियो दिखाइए फिर हाज़िर लोगों से पूछिए:

जैसे वीडियो में दिखाया गया है, मौका ढूँढ़कर गवाही देने में आप माहिर कैसे बन सकते हैं?

बातचीत शुरू करने के लिए कुछ सुझाव:

  •   हर बार जब आप कहीं बाहर जाते हैं तो लोगों से बात करने के मौके ढूँढ़िए। यहोवा से प्रार्थना कीजिए कि वह आपको किसी ऐसे व्यक्‍ति से मिलाए जो सच्चाई सुनना चाहता है

  •   मुस्कुराकर लोगों से मिलिए। यह जानने की कोशिश कीजिए कि सामनेवाले को किस बात में दिलचस्पी है। तब आप जान पाएँगे कि बाइबल की कौन-सी बात उसे पसंद आएगी

  •   हो सके तो पूछिए कि आप उससे दोबारा कैसे संपर्क कर सकते हैं

  •   अगर गवाही देने से पहले ही बातचीत खत्म हो जाए, तो निराश मत होइए

  •   जब आपकी किसी से अच्छी बातचीत होती है, तो बाद में भी उस व्यक्‍ति के बारे में सोचिए। समय-समय पर उसे बाइबल की कोई ऐसी आयत या jw.org से कोई ऐसा लेख भेजिए, जो आपको लगता है कि उसे पसंद आएगा

इसे आज़माइए: अगर कोई आपसे पूछे, ‘इस बार आपने रविवार को क्या किया?’ तो उसे सभा से सीखी कुछ बातें बताइए। या फिर यह बताइए कि आप किस तरह लोगों को बाइबल से अच्छी बातें बताते हैं।

8. मंडली की ज़रूरतें

(5 मि.)

9. मंडली का बाइबल अध्ययन

समाप्ति के चंद शब्द (3 मि.) | गीत 65 और प्रार्थना