18-24 जनवरी
एज्रा 1-5
गीत 26 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“यहोवा अपने वादे पूरे करता है”: (10 मि.) [एज्रा की किताब पर एक नज़र नाम का वीडियो दिखाइए।]
एज 3:1-6—यहोवा की भविष्यवाणियाँ हमेशा पूरी होतीं हैं (प्रहरीदुर्ग 06 1/15 पेज 19 पैरा. 1)
एज 5:1-7—यहोवा घटनाओं का रुख इस तरह मोड़ सकता है कि उसके लोग कामयाब हों (प्रहरीदुर्ग 06 1/15 पेज 19 पैरा. 3; प्रहरीदुर्ग 86 2/1 पेज 31 पैरा. 2)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
एज 1:3-6—जो इसराएली यरूशलेम नहीं लौटे, क्या उनका विश्वास कमज़ोर था? (प्रहरीदुर्ग 06 1/15 पेज 17 पैरा. 5; पेज 18 पैरा. 8)
एज 4:1-3—यहूदियों ने मदद कबूल करने से क्यों इनकार कर दिया? (प्रहरीदुर्ग 06 1/15 पेज 19 पैरा. 2)
इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय थे, उनसे यहोवा के बारे में मैंने क्या सीखा?
इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय थे, उनमें से कौन-सी बातें मैं प्रचार करते वक्त ध्यान में रख सकता हूँ?
पढ़ने के लिए आयतें: एज 3:10–4:7 (4 मि. या उससे कम)
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (2 मि. या उससे कम) T-35 ट्रैक्ट के आखिरी पेज में दी जानकारी का इस्तेमाल करके ट्रैक्ट पेश कीजिए। इस तरह बातचीत कीजिए कि आप उससे दोबारा मिल सकें।
अगली मुलाकात: (4 मि. या उससे कम) एक प्रदर्शन में बताइए कि अगर किसी ने T-35 ट्रैक्ट के आखिरी पेज पर दी जानकारी में दिलचस्पी ली थी, तो हम उससे अगली मुलाकात कैसे कर सकते हैं। अपनी बातचीत इस तरह आगे बढ़ाइए कि आप उससे दोबारा मिल सकें।
बाइबल अध्ययन: (6 मि. या उससे कम) एक प्रदर्शन में दिखाइए कि बाइबल अध्ययन कैसे किया जा सकता है। (बाइबल सिखाती है पेज 20, 21 पैरा. 6-8)
जीएँ मसीहियों की तरह
गीत 40
“ये बाकी सारी चीज़ें भी तुम्हें दे दी जाएँगी”: (5 मि.) मत्ती 6:33 और लूका 12:22-24 पर आधारित भाषण। प्रचारकों से यह बताने के लिए कहिए कि जब उन्होंने परमेश्वर के राज को अपनी ज़िंदगी में पहली जगह दी, तो यहोवा ने किस तरह उनकी ज़रूरतें पूरी करने का अपना वादा निभाया।
“क्या आपकी बातों में ‘हाँ का मतलब न’ होता है?”: (10 मि.) चर्चा। (प्रहरीदुर्ग 14 3/15 30-32)
मंडली का बाइबल अध्ययन: गवाही दो अध्या. 24 पैरा. 10-15 (30 मि.)
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 33 और प्रार्थना