जीएँ मसीहियों की तरह
ज़ुल्म सहनेवाले मसीहियों के लिए प्रार्थना कीजिए
बाइबल में भविष्यवाणी की गयी थी कि शैतान हमारे प्रचार काम को रोकने के लिए हम पर ज़ुल्म ढाएगा। (यूह 15:20; प्रक 12:17) हम अपने उन मसीही भाइयों की कैसे मदद कर सकते हैं जो अपने देश में ज़ुल्म सह रहे हैं? हम उनके लिए प्रार्थना कर सकते हैं। बाइबल बताती है, “एक नेक इंसान की मिन्नतों का ज़बरदस्त असर होता है।”—याकू 5:16.
प्रार्थना में हम क्या कह सकते हैं? हम यहोवा से बिनती कर सकते हैं कि वह भाई-बहनों को हिम्मत दे ताकि वे इन मुश्किल हालात में न डरें। (यश 41:10-13) हम अधिकारियों के लिए भी प्रार्थना कर सकते हैं ताकि वे हमें बिना रोक-टोक के प्रचार करने दें और हम “चैन की ज़िंदगी” जी सकें।—1ती 2:1, 2.
जब पौलुस और पतरस को सताया गया था, तो पहली सदी के मसीहियों ने उनका नाम लेकर उनके लिए प्रार्थना की। (प्रेष 12:5; रोम 15:30, 31) हमें शायद उन सभी साक्षियों के नाम मालूम न हों जिन्हें आज सताया जा रहा है, लेकिन क्या हम उनकी मंडली, देश या इलाके का नाम लेकर उनके लिए प्रार्थना कर सकते हैं?